क्या अब इस राज्य में ओवैसी का सियासी भविष्य सुनहरा?
बता दें कि एआईएमआईएम ने लोकसभा चुनाव में भी एक सीट पर जीत हासिल की थी. यह पहली बार था कि एआईएमआईएम ने महाराष्ट्र में सीट जीती.
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा उपचुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम पहली बार जीत दर्ज करने की तरफ कदम बढ़ा रही है. किशनगंज सीट पर एआईएमआईएम के कमरूल होदा को शुरू में पार्टी के अंदर विद्रोह का सामना करना पड़ा लेकिन बाद में वह छुपा रूस्तम साबित हुए और उन्होंने दोपहर एक बजे तक बीजेपी की उम्मीदवार स्वीटी सिंह पर 19 हजार 885 मतों की बढ़त बना ली थी. कांग्रेस ने मोहम्मद जावेद के लोकसभा में चुने जाने पर उनकी मां सईदा बानो को उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह मुकाबले में नजर नहीं आईं और प्रतीत होता है कि वह अपनी जमानत भी नहीं बचा पाएंगी.
अगले साल बिहार में विधानसभा चुनाव में अब ओवैसी को अपनी पार्टी के लिए सुनहरा भविष्य दिख रहा होगा. रूझानों के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी 101, शिवसेना 60, कांग्रेस 45, एनसीपी 56 और अन्य के हिस्से 26 सीटों पर आगे दिख रहे हैं. असदुद्दीन ओवैसी महाराष्ट्र में दो सीटों पर आगे है. 2014 के विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
बता दें कि एआईएमआईएम ने लोकसभा चुनाव में भी एक सीट पर जीत हासिल की थी. यह पहली बार था कि एआईएमआईएम ने महाराष्ट्र में सीट जीती. ओवैसी की पार्टी के वोट प्रतिशत में इजाफा हुआ है. 2014 के चुनाव में बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़ी थी. बीजेपी ने 122 और शिवसेना ने 63 सीटें हासिल की थीं.