नई दिल्ली: गोवा और मणिपुर में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है, लेकिन कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है. कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस आज राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करेगी. गोवा के 40 विधानसभा सीटों में कांग्रेस को 17 सीटों पर जीत मिली है, जबकि बीजेपी 13 सीटों पर जीत मिली हैं. सरकार बनाने के लिए यहां 21 सीटों की जरूरत है.


सूत्रों के मुताबिक, गोवा के लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया है. गडकरी बीजेपी विधायकों के साथ बैठक करेंगे. गोवा में चुनाव हारने के बावजूद बीजेपी सरकार बनाने की कोशिश में जुटी है.


बीजेपी की सरकार बनने के आसार


गोवा में भी छोटी पार्टियों और निर्दलीयों की मदद से बीजेपी की सरकार बनने के आसार हैं. गोवा में बीजेपी के 13 विधायक जीते हैं, जबकि बहुमत के लिए 21 विधायकों का समर्थन चाहिए. तीन विधायकों वाली महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी यानी एमजीपी ने बीजेपी को समर्थन देने का एलान कर दिया है. इस तरह अब बीजेपी को 16 विधायकों का समर्थन मिल गया है. जिसके बाद पांच औऱ विधायकों की जरूरत पड़ेगी.



बीजेपी का सरकार बनाने का फॉर्मूला

अगर तीन विधायकों वाली गोवा फॉरवर्ड पार्टी अपना समर्थन बीजेपी को देती है तब भी बीजेपी को दो और विधायकों की जरूरत पड़ेगी. जो वह निर्दलीय को साथ लेकर पूरा कर सकती है. अब पूरा दारोमदार गोवा फॉरवर्ड पार्टी के ऊपर है. वह जिस के साथ जाएगी सरकार वही बनाएगा.

ऐसे 21 पर पहुंचेगी संख्या!

बीजेपी -13, एमजीपी-3, गोवा फॉरवर्ड पार्टी -3, निर्दलीय-2, कुल- 21

बीजेपी की महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के 3 विधायकों, दो निर्दलीय विधायकों और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के 3 विधायकों के साथ बातचीत जारी है. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के नाम पर सहमति बनाने की कोशिश हो रही है. अगर MGP, GFP और निर्दलीय विधायक बीजेपी के साथ आ गए, तो रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री बन सकते हैं.


मणिपुर का क्या है हाल


60 विधानसभा सीटों वाले मणिपुर में कांग्रेस बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. कांग्रेस ने 28 सीटें जीतीं तो बीजेपी के हिस्से 21 सीटें आईं हैं. वहीं अन्य के खाते में 10 सीटें गई हैं. यहां सरकार बनाने के लिए 31 सीटों की जरुरत है लेकिन बहुमत किसी भी पार्टी को नहीं मिला है. ऐसे में यहां भी गोवा की तरह ही जोड़तोड़ करने की कोशिश की जा रही है.


निश्चित तौर पर अब सभी की निगाहें चार-चार सीटों पर जीत हासिल करने वाले नगा पीपल्स फ्रंट और नेशनल पीपल्स पार्टी पर हैं. ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस और लोक जनशक्ति पार्टी के हिस्से एक-एक सीटें आई हैं.

साल 2012 में किसको कितनी सीटें-


साल 2012 में मणिपुर कांग्रेस को 42 सीटें, टीएमसी को 7 सीटें, नागा पीपुल्स फ्रंट को 4 सीटें, एनसीपी को 1 सीट, लोक जन शक्ति पार्टी को 1 सीट और मणिपुर स्टेट कांग्रेस पार्टी को मिली 5 सीटें मिली थीं.