Assembly Elections Results 2023: मेघालय, त्रिपुरा और नगालैंड की हॉट सीटें, इनके नतीजों पर सबकी निगाहें
Assembly Elections 2023: त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में मतगणना के नतीजे आने से एक दिन पहले ही कुछ सीटों पर पैनी नजर है. दरअसल ये सीटें कद्दावर और असरदार नेताओं का गढ़ रही हैं.
Assembly Elections 2023 Key Candidates: पूर्वोत्तर के 3 राज्यों त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में चुनाव के नतीजे आने का दिन 2 मार्च को मुकर्रर है और इसे लेकर यहां चुनावी मैदान में उतरे सभी राजनीतिक दलों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं. इन राज्यों में कुछ ऐसे निर्वाचन क्षेत्र हैं जहां एक वोट के घटने-बढ़ने की गिनती से धड़कनों का धीमा और तेज होना शुरू होता है. आइए जानते हैं इन 2 राज्यों में कौन सी ऐसी सीटें और उम्मीदवार हैं जिन पर रहेगी सबकी नजर.
त्रिपुरा में रहेगी इन सीटों और उम्मीदवारों पर नजर
त्रिपुरा की 60 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए 16 फरवरी को वोटिंग हुई थी.त्रिपुरा में त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद के साथ राज्य के चुनावों में सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी, वामपंथी और कांग्रेस गठबंधन और टिपरा मोथा के बीच अहम मुकाबला होने की संभावना है. राज्य के चुनावों में दो नए प्रवेश करने वाले दल टिपरा मोथा और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को भी कई सीटों पर कड़ी चुनौती मिलने की संभावना है. बीजेपी इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ी है. इस राज्य में 88 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है.
माणिक साहा
मुख्यमंत्री माणिक साहा टाउन बोरडोवली से चुनाव में उतरे है. उनके खिलाफ कांग्रेस ने टाउन बोरडोवली से विधायक आशीष कुमार साहा को मैदान में उतारा. माणिक साहा ने पिछले साल मई में बिप्लब कुमार देब की जगह मुख्यमंत्री का पद संभाला था. उधर चारिलम सीट से उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा चुनाव लड़ रहे हैं. टीएमसी की अंतरा बनर्जी को इस सीट से उतारा.
राजीव भट्टाचार्य
त्रिपुरा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य बनमालीपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में रहे. पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने पहले इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था. इस सीट को 2018 में बीजेपी के बिप्लब कुमार देब ने जीता था. देब के इस्तीफे के बाद भट्टाचार्य को राज्य पार्टी प्रमुख के पद पर पदोन्नत किया गया था. इस चुनाव में कांग्रेस ने गोपाल चंद्र रॉय और टीएमसी ने शांतनु साहा को मैदान में उतारा.
जितेंद्र चौधरी
माकपा के राज्य महासचिव जितेंद्र चौधरी सबरूम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव में उतरे.
सुदीप रॉय बर्मन
बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए सुदीप रॉय बर्मन इस विधानसभा चुनाव में त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से चुनाव लड़ा. त्रिपुरा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में बीजेपी को हराने का संकल्प लिया है. बर्मन यहां से लगातार 6 बार से विधायक रहे हैं और ये सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है. बीजेपी ने बर्मन के मुकाबने पापिया दत्ता को टिकट दिया और इनके अलावा 3 निर्दलीय भी मैदान में रहे.
बिरजीत सिन्हा
त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख बिरजीत सिन्हा कैलाशहर से चुनाव लड़े. सिन्हा 5 बार के विधायक हैं. जिरानिया में बीजेपी और कांग्रेस के बीच हालिया राजनीतिक संघर्ष के दौरान भगवा दल पर हिंसा करने का आरोप लगाते हुए सिन्हा ने कहा कि भाजपा और आईपीएफटी को सत्ता से बेदखल करना महत्वपूर्ण है.
प्रतिमा भौमिक
त्रिपुरा की सबसे हॉट विधानसभा सीट धनपुर से बीजेपी ने इस बार भी केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक को इस सीट पर उतारा तो सीपीएम ने इस बार चंदा कौशिक को उम्मीदवार बनाया. दरअसल 1977 से 2018 तक सीपीएम इस सीट पर काबिज रही है.
नगालैंड में मतगणना से पहले ही बीजेपी का खाता खुला
नगालैंड में 27 फरवरी को मतदान हुआ. यहां 59 सीटों की मतगणना होगी. इस चुनाव में 13.16 लाख मतदाताओं में से 82.42 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने मत दिया. नागालैंड में चुनाव से पहले ही बीजेपी ने अपना खाता खोल लिया था क्योंकि कांग्रेस उम्मीदवार खेकाशे सुमी के अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के बाद अकुलुतो सीट के उम्मीदवार काज़ेतो किनिमी ने यहां निर्विरोध जीत हासिल की.
नेफ्यू रियो
राज्य के अहम उम्मीदवारों में से एक नागालैंड के मुख्यमंत्री और कोहिमा जिले में उत्तरी अंगामी- I सीट से एनडीपीपी उम्मीदवार नेफ्यू रियो हैं. इस सीट पर उनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार सेइविली चाचू से रहा.
यानथुंगो पैटन
दूसरे अहम उम्मीदवार नागालैंड के उपमुख्यमंत्री यानथुंगो पैटन हैं, जो तुई से चुनाव लड़ेंगे.
टीआर जेलियांग
उधर दूसरी तरफ दो बार के मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग एनडीपीपी उम्मीदवार के तौर पर पेरेन से चुनाव लड़ें. इस सीट पर भी नजरें बनी रहेगी.
तेमजेन इम्ना
नागालैंड बीजेपी प्रमुख तेमजेन इम्ना अलोंग अलोंगटकी सीट से चुनाव लड़ें. अब भंग हुई सरकार में, उन्होंने उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री का पद संभाला था. इस सीट पर उनका मुकाबला जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार जे लानू लोंगचर से है.
अकवी एन झिमोमी
घासपानी एक और सीट है जो सभी का ध्यान खींच रही है. यहां बीजेपी ने कांग्रेस उम्मीदवार अकवी एन झिमोमी के खिलाफ एन जैकब झिमोमी को मैदान में उतारा.
हेकानी जाखलू
दीमापुर-III में जहां एनडीपीपी प्रत्याशी हेकानी जाखलू मैदान में रहे. वहीं इस सीट से नई लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने एजेटो झिमोमी को टिकट दिया..
मेघालय में सतंगा सैपुंग निर्वाचन क्षेत्र पर रहेगी नजर
मेघालय 59 सीटों के लिए मतगणना की जाएगी. यहां राज्य के पूर्व मंत्री और यूडीपी उम्मीदवार एचडीआर लिंगदोह की मौत की वजह से सोहियोंग सीट पर मतदान स्थगित किया गया था.
कोनराड संगमा
यहां अहम उम्मीदवारों में मेघालय में प्रमुख उम्मीदवारों में से एक मुख्यमंत्री कोनराड संगमा हैं जो दक्षिण तुरा से चुनाव लड़े हैं. यहां उनका मुकाबला बीजेपी के बर्नार्ड एन मारक से रहा. इस सीट पर कांग्रेस ने ब्रेनजील्ड च मारक को उतारा है.
अर्नेस्ट मावरी
इसके अलावा बीजेपी अर्नेस्ट मावरी भी ऐसे उम्मीदवार है जिनकी हार-जीत पर लोगों की नजर रहेगी. ये पश्चिम शिलांग से चुनावी मैदान में उतरे. वह इनका मुकाबला राज्य के प्रमुख चेहरों में से एक सत्तारूढ़ एनपीपी के उम्मीदवार मोहेंड्रो रापसांग से हुआ है तो टीएमसी के इवान मारिया भी मुकाबले में हैं.
विन्सेंट पाला
कांग्रेस के राज्य प्रमुख विन्सेंट पाला पहली बार सतंगा सैपुंग निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़े. इन चुनावों मेंं पाला की हार-जीत का मेघालय के राजनीतिक परिदृश्य पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है.
मुकुल संगमा
पूर्व मुख्यमंत्री और मेघालय में विपक्ष के वर्तमान नेता मुकुल संगमा दो सीटों सोंगसाक और टिक्रिकिला से चुनाव लड़े हैं. वह इन दोनों सीटों पर टीएमसी के टिकट पर चुनाव लड़े. साल 2018 के चुनावों में, संगमा ने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर अम्पाती और सोंगसक दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से जीत हासिल की.