Atishi: दिल्ली में विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2025) से पहले आम आदमी पार्टी (आप : AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बड़ा मास्टरस्ट्रोक चला है. उन्होंने दिल्ली सीएम पद से इस्तीफा सौंप जिस तरह से आतिशी को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का अगला मुख्यमंत्री बना दिया, वह कदम बहुत कुछ कहता है. उनके इस कदम के बड़े ही गहरे और दूरगामी परिणाम निकलकर आएंगे, जो न सिर्फ अरविंद केजरीवाल बल्कि समूची आप के लिए किसी सियासी बूस्टर से कम नहीं होंगे. 


हिंदी अखबार 'दैनिक भास्कर' में छपे संपादकीय लेख के जरिए वरिष्ठ पत्रकार नवनीत गुर्जर ने बताया कि अरविंद केजरीवाल का यह कदम बहुत ही सोच-समझ कर लिया गया है. निसंदेह यह उनकी कमाल की रणनीति का हिस्सा है. उनका इस्तीफा इसलिए भी और अहम हो जाता है क्योंकि आगे हरियाणा का भी विधानसभा चुनाव है, जबकि फरवरी 2025 में दिल्ली में विस चुनाव होंगे.


AAP के लिए गेम चेंजर साबित होगा इस्तीफा दांव!


नवनीत गुर्जर के मुताबिक, "चार दिन हों या फिर चार महीने भारत में कुर्सी छोड़ना बहुत कठिन है. यह काम खाना छोड़ने से भी अधिक कठिन है. ऐसे में यह अरविंद केजरीवाल का बड़ा पॉलिटिकल मूव है. आने वाले चुनावों में वह इसे छाती ठोंक-ठोंक कर दिखाएंगे और बड़े दांव के तौर पर जनमानस के बीच भुनाने का प्रयास करेंगे. समझा जा सकता है कि वह इसके जरिए सिम्पैथी गेन करना चाहेंगे.  


'डमी CM' को अरविंद केजरीवाल ही करेंगे कंट्रोल!


दिल्ली में ताजा सियासी घटनाक्रम को करीबी से देखने-समझने वाले जानकारों, टिप्पणीकारों और स्तंभकारों का मानना है कि आतिशी तो सिर्फ 'डमी' सीएम भर हैं. दिल्ली में सीएम की कुर्सी पर भले ही वह बैठें या कोई और पर्दे के पीछे से उन्हें बैठालने वाले (अरविंद केजरीवाल के संदर्भ में) की ही चलेगी. 


BJP ने बताया नौटंकी, इस्तीफा दांव करेगा बड़ा गेम?


पॉलिटिकल सर्किल्स में यह भी चर्चा है कि चंपई सोरेन या फिर जीतन राम मांझी जैसा किरदार आप में न पैदा हो इसलिए अरविंद केजरीवाल ने 'टेस्टेड एंड ट्राइड' चेहरे को उत्तराधिकारी तय किया. चूंकि, फरवरी, 2025 में दिल्ली में विधानसभा चुनाव हैं. ऐसे में अरविंद केजरीवाल आने वाले चार-पांच महीनों को अग्निपरीक्षा मान रहे हैं. हालांकि, बीजेपी उनके इस्तीफे से जुड़े कदम को ड्रामा या नौटंकी करार देती नजर आई है मगर एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह बड़ा दांव आप के अभियान को और ऊर्जा देगा. 


अरविंद केजरीवाल का अब आगे ऐसा है प्लान


विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल दिल्ली के स्कूलों, मोहल्ला क्लीनिक्स, डीटीसी बसों, हनुमान मंदिरों और नुक्कड़ सभाओं में दिखेंगे. वे इस दौरान किसी बड़ी गेम चेंजर योजना (फ्रीबीज से जुड़ी) का भी ऐलान कर सकते हैं. जानकारों का मानना है कि इससे आप और अरविंद केजरीवाल को फायदा ही होगा.


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