नई दिल्ली: जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार तेज बहादुर इस हरियाणा चुनाव में सीएम मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा. लेकिन अब उन्होंने ये एलान किया है कि वो पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं. पार्टी से किनारा करने पर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी के साथ मिलना चाहती है जिसके कारण वो पार्टी से किनारा कर रहे हैं. बीएसएफ जवान तेज बहादुर उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने भारतीय सेना में खराब खाने की शिकायत को लेकर एक वीडियो शेयर किया था और उसमें खाने की खराब क्वालिटी को लेकर रोष जाहिर किया था. तेजबहादुर सितंबर के महीने में जेजेपी में शामिल हुए थे और दुष्यंत चौटाला की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए थे.


पार्टी से किनारा करने पर तेज बहादुर ने कहा कि दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा की जनता को धोखा दिया है. उन्होंने आगे कहा कि ये वही पार्टी है जिसे जनता ने नकार दिया था. और आज जब दोनों पार्टियां एक साथ आ गई है तो ऐसे में जनता को दोनों पार्टी का विरोध करना चाहिए.


भारतीय जनता पार्टी को जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया जिसने 90 सदस्यीय विधानसभा में 10 सीटें जीती हैं. उप मुख्यमंत्री जेजेपी से होगा. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जजपा नेता दुष्यंत चौटाला के साथ नई दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री भाजपा से और उपमुख्यमंत्री क्षेत्रीय दल जजपा से होगा.


लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाए थे तेज बहादुर


तेज बहादुर ने लोकसभा चुनाव में वाराणसी से पीएम मोदी को चुनौती देने का फैसला किया था. तेज बहादुर ने वाराणसी से पहले निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल किया, लेकिन नॉमिनेशन के दो दिन पहले उन्हें समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया था. हालांकि नॉमिनेशन रिजेक्ट होने के चलते तेज बहादुर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाए.


हरियाणा विधानसभा चुनाव की मतगणना में भाजपा को 40 सीटें मिलने के बाद पार्टी के शीर्ष नेता सक्रिय हो गए थे. भाजपा का सीटों का आंकड़ा बहुमत से छह कम रह गया था. सात निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा को समर्थन की घोषणा की है.