यूपी-उत्तराखंड में बीजेपी को मिली धमाकेदार जीत, तो पंजाब में AAP कर रही क्लीन स्वीप, जान लें इतिहास में दर्ज होने जा रहे ये तथ्य
पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) क्लीन स्वीप कर रही है. सियासत में कहते हैं कि 'परसेप्शन ऑफ गुड गवर्नेंस' को भी लोग मौका देते हैं. आज वही देखने को मिल रहा है.
आज पांच राज्यों का चुनाव परिणाम आ रहा है. बीजेपी और उसका गठबंधन पंजाब के अलावा सभी जगह बढ़त बनाए हुए हैं. पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) क्लीन स्वीप कर रही है. सियासत में कहते हैं कि 'परसेप्शन ऑफ गुड गवर्नेंस' को भी लोग मौका देते हैं. आज वही देखने को मिल रहा है.
- पहली बार आम आदमी पार्टी एक पूर्ण राज्य में क्लीन स्वीप कर रही है. अर्थात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली से बाहर शानदार उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं.
- 2014 में सात राज्यों में बीजेपी और उसके सहयोगियों की सरकार थी. मार्च 2018 में 21 राज्यों में बीजेपी गठबंधन की सरकार थी. कोरोना जैसे भयंकर आपदा के बावजूद देश के 18 राज्यों में बीजेपी गठबंधन की सरकार है. यूपी और उत्तराखंड में दोबारा भारी बहुमत से सफलता ऐतिहासिक है.
- कांग्रेस अपने ऐतिहासिक पराजय के दौर से गुजर रही है. दो राज्यों में कांग्रेस के मुख्यमंत्री और तीन राज्यों में सहयोगी हैं.
- बीएसपी की ऐतिहासिक हार. 2012 यूपी विधानसभा, 2014 लोकसभा, 2017 विधानसभा, 2019 लोकसभा, 2022 विधानसभा में मायावती की पार्टी लगातार हार का सामना कर रही है.
- योगी आदित्यनाथ अब राष्ट्रीय नेताओं के समकक्ष हो चुके हैं. देश की संसद को सबसे अधिक लोकसभा सांसद देने वाले राज्य का दोबारा पूर्ण बहुमत के साथ मुख्यमंत्री बनना राजनीतिक भविष्य की नई रूपरेखा तय करेगी.
यूपी में बीजेपी की जीत की चार बड़ी वजह-
I. कानून-व्यवस्था (बुलडोजर): कानून का राज आंकड़ों और सियासी दलों के आरोप-प्रत्यारोप में कैसा रहा, यह अलग विषय है, लेकिन चुनाव परिणाम और बीजेपी की तरफ से चुनावी मुद्दा पर गौर करें, तो जनता ने कानून-व्यवस्था उत्तम माना. बुलडोजर बीजेपी की रैलियों में दिखता था. अर्थात बीजेपी अपनी तरफ से इसे चुनावी मुद्दा बना रही थी.
II. बिजली: आम लोगों का मानना है कि बिजली अब करीब-करीब सभी जिलों में समान रूप से आने लगी है. बीजेपी नेता लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि सपा के शासन के दौरान सैफई, मैनपुरी, कन्नौज जैसी जगहों पर 24 घंटे बिजली आती थी, बाकी जगहों पर कटौती थी. ट्रांसफॉर्मर खराब होने पर अब सुनवाई जल्दी होती है.
III. मुफ्त राशन: कोरोना काल में गरीबों को मुफ्त राशन बांटा गया. आम गरीब तबके में इसका भारी असर हुआ. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इस मुद्दे को चुनाव के दौरान उठाया.
IV. धार्मिक मुद्दे: राम मंदिर का बनना. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर. अयोध्या में भव्य दीपावली. इससे एक खास तबका प्रभावित रहा और बीजेपी को अपना समर्थन दिया.
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