नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में बीजेपी और ममता बनर्जी की लड़ाई अब चुनाव आयोग की दहलीज पर पहुंच गई है. आज बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का एक प्रतिनिध मंडल चुनाव आयोग से मिला और ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए. बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग से पूरे पश्चिम बंगाल को अति संवेदनशील इसके साथ ही बीजेपी ने आचार संहिता के दौरान पीएम मोदी पर बेबुनियाद आरोप लगाने के लिए भी चुनाव आयोग से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.
बीजेपी नेता और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद कहा, ''पश्चिम बंगाल में स्थानीय और ग्राम पंचायत चुनाव में 100 हत्याएं हुई हैं, वहां जीते हुए लोगों को जाने नहीं दिया जाता. वहां के अधिकारी सीएण के साथ धरने पर बैठते हैं. वहां सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्रियों का हेलिकॉप्टर नहीं उतरने दिया गया. इसलिए हमने मांग की है कि पश्चिम बंगाल को अति संवेदनशील घोषित किया जाए.''
प्रसाद ने कहा, ''हमने चुनाव आयोग को कुछ ऐसे पदाधिकारियों के नाम भी दिए हैं जिनकी निश्पक्षता स्पष्ट नहीं है. ऐसे अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी से हाटाया जाए. सभी बूछ पर केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात किए जाएं. स्थानीय पुलिस टीएमसी के कार्यकर्ताओं की तरह काम करती है.''
प्रसाद ने कहा, ''वहां मीडिया को अपनी बात कहने की आजादी नहीं दी जाती है. इसलिए हमने मांग की है कि बंगाल के लिए चुनाव आयोग एक मीडिया पर्यवेक्षक भी नियुक्त करे. वहां 1986 का सर्रकुलर है जिसमें लिखा है कि धार्मिक स्थल के पास चुनाव प्रचार का स्पीकर नहीं लगेगा, जबकि परीक्षा हॉल के लिए ऐसा कुछ नहीं है. 1986 के पुराने सर्कुलर का हवाला देकर विरोधी पार्टियों को रोकना ये बहुत ही गलत और दुर्भाग्यपूर्ण है.''
राहुल गांधी के खिलाफ भी चुनाव आयोग से शिकायत
बीजेपी नेताओं ने पीएम मोदी पर झूठे आरोप लगाने की बात कहते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की शिकायत भी चुनाव आयोग से की है. रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''हमने राहुल राहुल गांधी के खिलाफ भी शिकायत की है. चुनाव आयोग के निर्देश में साफ लिखा है कि आप झूठे आरोप नहीं लगाएंगे. राहुल गांधी ने जिस तरह से टीवी पर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाए, इससे कुछ शर्मनाक बात नहीं हो सकती. इसलिए हमने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि आचार संहिता लागू है, इसलिए राहुल गांधी के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए.''