पश्चिम बंगाल: परायों के आसरे बीजेपी कर रही है विस्तार
पश्चिम बंगाल: सीटों के नजरिए से पश्चिम बंगाल देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है. 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बंगाल के काफी उम्मीदें हैं.
Lok Sabha Election 2019: चुनावी मौसम में नेताओं का पाले बदलना कोई नई बात नहीं है. लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान होने के बाद नेताओं के पाले बदलने का सिलसिला तेज हो गया है. इसी कड़ी में पिछले कुछ दिनों में जो सबसे बड़ा चेहरा बीजेपी के साथ जुड़ा है वो टॉम वडक्कन का है. सालों तक कांग्रेस के साथ जुड़े रहे टॉम आज बीजेपी में शामिल हो गए. सिर्फ टॉम ही नहीं बल्कि बीजेपी विरोधी नेताओं को अपना पाले में लाकर पार्टी का विस्तार करने में लगी है.
दोबारा से सत्ता में वापस आने की कोशिशों में लगी बीजेपी की नज़रें पश्चिम बंगाल पर है. बीजेपी को पश्चिम बंगाल में बड़ी कामयाबी मिलने की उम्मीद है. इसलिए बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में विरोधी पार्टी के पांच बड़े नेताओं को अपने खेमे में जोड़ा है. खगेन मुर्मू जो कि हबीपुर सीट से सीपीएम विधायक हैं, बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. बड़गांव लोकसभा सीट पर कांग्रेस के मजबूत नेता रहे दुलाल बर भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. राज्य में कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता राकेश सिंह भी बीजेपी के सदस्य बन गए हैं.
विरोधी पार्टी के एमएलए और सांसद बीजेपी से जुड़े
बैरकपुर लोकसभा में पकड़ रखने वाले टीएमसी के विधायक अर्जुन सिंह बीजेपी का हिस्सा बन चुके हैं. इनके अलावा टीएमसी के बोलपुर से सांसद अनुपम हजरा भी बीजेपी के पाले में आ चुके हैं. बीजेपी की माने तो जितने भी लोग बीजेपी में शामिल हो रहे हैं वह पार्टी की नीतियों और प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व से आकर्षित होकर उनके खेमे की तरफ आ रहे हैं.
इतना ही नहीं बंगाल में जिस तरह के हालात बने हैं यह उससे भी ये लोग खासे नाराज थे और इसी के चलते इन लोगों ने बीजेपी का दामन थामा है. पिछले कुछ सालों में राज्य में बीजेपी बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है.
सर्वे में बीजेपी बन रही है दूसरी बड़ी पार्टी
एबीपी न्यूज़ ने हाल ही में जो सर्वे करवाया था उसमें भी यह साफ हो गया है कि बंगाल में मुख्य लड़ाई ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच ही दिखी है. एबीपी न्यूज़ सी वोटर सर्वे में बंगाल की कुल 42 सीटों में से जहां ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में देख रही थी वही बीजेपी भी अपने पिछले प्रदर्शन को सुधारते हुए 8 सीटों पर जीत हासिल करती दिख रही है. लेकिन बीजेपी की कोशिश इस आंकड़े को और बढ़ाने की है.