महाराष्ट्र-हरियाणा विधानसभा चुनाव: सबसे बड़ी पार्टी होकर भी मुश्किल में बीजेपी, सीएम की कुर्सी दूसरों के दम पर
अगर फाइनल नतीजे रुझानों के मुताबिक ही रहते हैं तो बीजेपी के लिए यह बड़ा झटका होगा क्योंकि दोनों ही राज्यों में अभी बीजेपी के सीएम हैं. शिवसेना ने एक बार फिर सीएम पद के लिए आंख दिखाना शुरू कर दिया है.
महाराष्ट्र-हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझान धीरे-धीरे साफ हो रहे हैं. रुझानों के मुताबिक दोनों ही राज्यों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. लेकिन पेंच यह है कि किसी भी राज्य में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. हरियाणा में कांग्रेस और बीजेपी में कांटे की टक्कर दिख रही है तो वहीं नई नवेली पार्टी जेजेपी किंगमेकर साबित हो सकती है. महाराष्ट्र में भी बीजेपी के लिए अच्छी खबर नहीं हैं. राज्य में पार्टी की सहयोगी शिवसेना ने एक बार फिर सीएम पद के लिए आंख दिखाना शुरू कर दिया है.
एक साल से भी कम समय में जेजेपी ने हरियाणा की राजनीति में अच्छी खासी पकड़ बना ली है और वह अपने पहले चुनाव में ही 6 से 10 सीटें जीतती हुई दिखाई दे रही है. अगर हरियाणा चुनाव में बीजेपी या कांग्रेस को बहुमत नहीं मिलता है तो जेजेपी निर्णायक भूमिका में आ सकती है.
चुनाव आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में बीजेपी 75, शिवसेना 47, एनसीपी 43 और कांग्रेस 38 सीटों पर आगे चल रही है. महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटों पर वोटों की गिनती हो रही है. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि सीएम पद के लिए 50-50 फॉर्मूले पर बात की जाएगी. इसका मतलब यह है कि राज्य में ढाई-ढाई साल दोनों ही पार्टियों के मुख्यमंत्री रहेंगे.
अगर फाइनल नतीजे रुझानों के मुताबिक ही रहते हैं तो बीजेपी के लिए यह बड़ा झटका होगा क्योंकि दोनों ही राज्यों में अभी बीजेपी के सीएम हैं. हरियाणा में जहां पूर्ण बहुमत की सरकार है तो वहीं महाराष्ट्र में शिवसेना सहयोगी दल की भूमिका निभा रही है.
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