एमपी: पूर्व सीएम बाबूलाल गौर का दावा, दिग्विजय सिंह ने दिया भोपाल से लड़ने का ऑफर
कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की थी. दोनों के बीच बंद कमरे में करीब 40 मिनट तक बैठक हुई. इस बैठक के बाद कई तरह के कयास लगाए जाने लगे थे. हालांकि दोनों नेताओं ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया.
भोपाल: लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं का एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. इस बीच मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बड़ी खबर आई है. मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और दिग्गद बीजेपी नेता बाबूलाल गौर ने दावा किया है कि उन्हें कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने का ऑफर मिला है. गौरा के मुताबिक ये ऑफर किसी और ने नहीं बल्कि पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दिया है.
बाबू लाल ने कहा, ''पिछले महीने की 18 तारीख को वो (दिग्विजय सिंह) हमारे यहां भोज पर आमंत्रित थे. हम लोग पुराने परिचित हैं, उन्होंने हमें कांग्रेस ज्वाइन करने का ऑफर दिया. उन्होंने कहा कि आप भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ें. इस पर मैं मुस्कुरा दिया. मैंने कहा कि मेरी अभी ऐसी कोई मंशा नहीं है. इस पर उन्होंने कहा कि आप विचार करें, मैं ने भी कहा है कि हां विचार करूंगा.''
Senior BJP leader and former Madhya Pradesh CM Babulal Gaur on reports of Digvijay Singh offering him to join Congress: He visited me and offered me to contest polls from Bhopal Lok Sabha seat on Congress ticket. I told him I will think about it. pic.twitter.com/CgOabGcyBx
— ANI (@ANI) January 24, 2019
विधानसभा चुनाव में टिकट ना मिलने से नाराज थे बाबूलाल गौर मध्य प्रदेश में भोपाल की गोविंदपुरा सीट बीजेपी की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है. बाबूलाल गौर गोविंदपुरा से लगातार 10 बार चुनाव जीते. 89 साल के बाबूलाल गौर को इस बार बीजेपी ने गोविंदपुरा से टिकट नहीं दिया. बीजेपी ने बाबूलाल गौर की जगह उनकी बहू कृष्णा गौर को मैदान में उतारा था. बीजेपी के इस कदम से बाबूलाल गौर बीजेपी नेतृत्व से नाराज बताए जा रहे थे.
सिंधिया की शिवराज से मुलाकात को लेकर भी उठे थे सवाल कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की थी. दोनों के बीच बंद कमरे में करीब 40 मिनट तक बैठक हुई. इस बैठक के बाद कई तरह के कयास लगाए जाने लगे थे. मीटिंग के बाद सिंधिया ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, "हम दोनों के बीच कोई मनमुटाव नहीं है, कोई कड़वाहट नहीं है, मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं, जो चुनाव के समय की कड़वाहट को लेकर पूरी जिंदगी बिताऊं. जैसा कहा जाता है कि रात गई बात गई. इसलिए आगे की सोचना होगा."
पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने भी इस मुलाकात को शिष्टाचार करार दिया. इससे पहले चौहान का मुख्यमंत्री कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में मंच पर जाना और सिंधिया व कमलनाथ द्वारा चौहान का गर्मजोशी से स्वागत खासा चर्चाओं में रहा था.