लोकसभा चुनाव से छह महीने पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की कुर्सी क्यों बदली और केंद्रीय राजनीति में क्यों लाया गया के सवाल पर मनोहर लाल खट्टर ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी व्यक्ति आधारित राजनीति नहीं करती. बीजेपी में व्यावहारिक और सैद्धांतिक बातें ही मानी जाती हैं. हम पार्टी की विचारधारा से चला करते हैं, व्यक्ति आते-जाते हैं और इससे फर्क नहीं पड़ता.'
'खुद कही थी हटने की बात'
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मुझे बदला नहीं गया बल्कि साढे नौ साल हरियाणा का मुख्यमंत्री रहने के बाद मैंने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि क्षमता और योग्यता के आधार पर पांच साल में जिस व्यक्ति को जो देना होता है वो दे देता है. अब साढ़े नौ साल बीतने के बाद किसी और व्यक्ति को लाए जाने की जरुरत है. हमारी पार्टी ऐसी नहीं है कि अगर किसी को पद देना हो या कुर्सी पर बैठाना हो तो दस लोग मिलकर उसे वहां नहीं बैठने देंगे. हमारे यहां जिसकी योजना बनाई जाती है, उसे खुशी से सब हैंडओवर किया जाता है.'
किसानों पर क्या बोले खट्टर?
मनोहर लाल खट्टर ने शंभू बॉर्डर पर किसानों पर फायरिंग की घटना पर कहा कि वो किसान नहीं बल्कि किसानों के नाम पर एक मुखौटा हैं. खट्टर बोले, 'किसानों का काम अच्छी खेती करके अपनी आमदनी बढ़ाना होता है. ये तो प्रधानमंत्री मोदी का बड़प्पन है जो कृषि कानूनों को वापस ले लिया. किसानों के पास कृषि कानून वापस लेने के बाद अब कोई मुद्दा ही नहीं बचा है.'
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