नई दिल्ली: दोबारा टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे बीजेपी के सांसद उदित राज आज कांग्रेस में शामिल हो गए. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर पार्टी में शामिल होने की घोषणा की. दलित नेता उदित राज आरक्षित लोकसभा सीट उत्तरी पश्चिमी दिल्ली से पहली बार 2014 में सांसद चुने गए थे. इस बार बीजेपी ने उदित राज को टिकट नहीं दिया. उनकी जगह मशहूर गायक हंसराज हंस को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया. इसी बात से उदित राज नाराज थे.
उन्होंने दिल्ली की सीटों पर टिकट बंटवारे के लिए चर्चा के बीच ट्वीट कर कहा था कि मैंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से बात करने की कोशिश की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. उन्हें आशंका थी कि पार्टी टिकट नहीं देगी. साथ ही उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि बीजेपी अगर टिकट नहीं देती है तो वह पार्टी से इस्तीफा दे देंगे.
उन्होंने ट्विटर पर अपने नाम से चौकीदार शब्द भी हटा लिया था. हालांकि कुछ घंटे के बाद दोबार चौकीदार उदित राज लिख लिया. अब कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्होंने एक बार फिर से चौकीदार शब्द हटा लिया है.
उन्होंने हंसराज हंस के नाम के एलान के बाद ट्वीट कर कहा कि विकास कार्य के आधार पर टिकट मिलना सबसे बड़ा भ्रम हैं, बार बार दलितों के हित में आवाज़ उठाना गलत हैं? क्या टिकट काम, योग्यता और ईमानदारी के आधार पर नहीं मिलता? पूरे देश में सबसे ज्यादा विकास करने के मामले में दूसरा स्थान मिला.
उदित राज ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्रा से बात करके अच्छा लगा. उन्होंने मेरे टिकट काटने का अफ़सोस जताया.
उन्होंने आज ट्वीट कर कहा, ''अगर मुझे पहले बता दिया गया होता तो इतना कष्ट ना होता. पार्टी को इतना कष्ट क्यों करना पड़ा की नामांकन के आख़िरी दिन 1 बजे नाम की घोषणा करना पड़ा. पहले कह देते तो मुझे कोई तकलीफ़ नहीं होती. किराएदार हूं बात मान लेना पड़ता.''