दिल्ली चुनाव: दिल्ली चुनाव के लिए मतदान होने में अब 10 दिन का वक्त बाकी है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में सीधी टक्कर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच है. आम आदमी पार्टी को निशाने बनाने के चक्कर में बीजेपी नेता और सांसद प्रवेश सिंह वर्मा ने नफरत फैलाने वाला बयान दिया है. आपत्तिजनक बयान को लेकर आलोचना का शिकार हो रहे प्रवेश सिंह वर्मा ने अपने शब्द वापस लेने से इंकार कर दिया है.


प्रवेश सिंह वर्मा ने क्या कहा


प्रवेश वर्मा ने कहा है, ''लाखों लोग वहां (शाहीन बाग) इकट्ठा होते हैं. दिल्ली के लोगों को सोच समझ कर फैसला लेना होगा. वह आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहनों और बेटियों के साथ बलात्कार करेंगे, उन्हें मारेंगे. आज वक्त है. मोदी जी और अमित शाह कल आपको बचाने नहीं आएंगे.''


पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान


हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब प्रवेश वर्मा विवादों में आए हैं. 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भी मुस्लिमों को लेकर दिए बयान की वजह से प्रवेश वर्मा विवादों में आ गए थे. प्रवेश वर्मा ने कहा था कि ''बीजेपी राष्ट्रवादी पार्टी है इसलिए मुस्लिम कभी इसे वोट नहीं करते.'' इसके साथ ही प्रवेश वर्मा ने सभी मुस्लिमों को आतंकवादी करार दिया था. प्रवेश वर्मा के इस बयान की काफी आलोचना हुई थी और यूपी चुनाव के दौरान चुनाव आयोग से उनके प्रचार अभियान पर बैन लगाने की अपील भी विपक्षी पार्टियों ने की थी.


कौन हैं प्रवेश वर्मा


प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं. 2009 में प्रवेश वर्मा ने वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से टिकट का दावा पेश किया था. लेकिन पार्टी ने उन पर दांव लगाने से इंकार कर दिया. बीजेपी के इस फैसले पर प्रवेश वर्मा नाराज भी हुए थे. हालांकि 2013 के विधानसभा चुनाव में प्रवेश वर्मा को महरौली से टिकट मिला और तात्कालिक विधानसभा स्पीकर योगानंद को हराकर जीत दर्ज करने में कामयाब रहे.


2014 में प्रवेश वर्मा को वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी ने टिकट दिया और वह करीब 2.68 लाख वोट के साथ पहली बार संसद पहुंचने में कामयाब हुए. 2019 के लोकसभा चुनाव में भी प्रवेश वर्मा को वेस्ट दिल्ली सीट से टिकट मिला और उन्होंने जीत को और बड़ा करते हुए 2.87 लाख वोट के अंतर से दूसरी बार संसद का सफर तय किया.


पूर्व सीएम के बेटे हैं प्रवेश वर्मा


प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व सीए साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं. साहिब सिंह वर्मा फरवरी 1996 से लेकर अक्टूबर 1998 तक दिल्ली के सीएम रहे हैं. 1999 में साहिब सिंह वर्मा लोकसभा चुनाव जीतने में कामयाब हुई थे और वह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे. 2007 में साहिब सिंह वर्मा एक सड़क हादसे के दौरान साहिब सिंह वर्मा का निधन हो गया था.


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