इंफाल: गोवा के बाद बीजेपी मणिपुर में भी सरकार बनाने की राह पर है. कांग्रेस से कम सीटें जीतने के बाद भी बीजेपी ने मणिपुर में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. राज्यपाल को 32 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी भी सौंप दी है. कांग्रेस के मौजूदा मुख्यमंत्री इबोबी सिंह ने इस्तीफा देते हुए कहा है कि वो बहुमत परीक्षण के लिए तैयार हैं. ईबोबी सिंह पिछले 15 साल से मणिपुर के मुख्यमंत्री थे.


बीजेपी नेता एन बिरेन सिंह मणिपुर में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बनाए गए हैं. बिरेन सिंह ने चुनाव के चार महीने पहले ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामा है. बीजेपी ने राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से मिलकर मणिपुर में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है.


मणिपुर की कुल 60 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 31 विधायकों का समर्थन चाहिए. कांग्रेस 28 सीटों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है, जबकि 21 सीटों के साथ बीजेपी दूसरे नंबर पर है, लेकिन बीजेपी का दावा है कि उसके पास 32 विधायकों का समर्थन है.



बीजेपी के मुताबिक उसे नेशनल पीपुल्स पार्टी यानी एनपीपी के 4, कांग्रेस के 1, तृणमूल कांग्रेस के 1, एलजेपी के 1 और नगा पीपुल्स फ्रंट यानी एनपीएफ के 4 विधायकों का समर्थन है, यानी इन 11 विधायकों के साथ बीजेपी 32 के आंकड़े पर पहुंच रही है जो सरकार बनाने के लिए काफी है.


कांग्रेस का कहना है कि सबसे बड़ा दल होने का नाते सरकार बनाने का न्योता उन्हें मिलना चाहिए. राज्यपाल से मुलाकात में 21 विधायकों वाली कांग्रेस ने भी एनपीपी के 4 विधायकों के समर्थन का दावा किया था, लेकिन उस दावे पर राज्यपाल समेत खुद एनपीपी ने भी सवाल उठा दिया है.