Karnataka Polls 2023: कर्नाटक में अप्रैल के पहले विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. राज्य में बीजेपी ने इस बार स्पष्ट बहुमत का लक्ष्य रखा है. फरवरी के पहले सप्ताह में हुई पार्टी की स्पेशल एग्जीक्यूटिव मीटिंग में कार्यकर्ताओं को इसके लिए जुट जाने को कह दिया गया था. राज्य के लिए बीजेपी ने एक स्पेशल प्लान '5 B' तैयार किया है. बीजेपी के लिए इस प्लान के सफल होने पर बहुत कुछ टिका है.


कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटें हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर भी सरकार बनाने से रह गई थी. बीजेपी को 108 सीटें मिली थीं, लेकिन यह संख्या बहुमत के आंकड़े से 9 कम थी. इसके बाद 80 सीट जीतने वाली कांग्रेस और 37 सीट पाने वाली जनता दल सेक्युलर (JDS) ने मिलकर सरकार बनाई थी.


क्या है प्लान 5 बी
बीजेपी के प्लान 5 बी में उन पांच जिलों पर फोकस करना है जहां पर विधानसभा की 72 सीटें आती हैं. इन पांच जिलों में बेंगलुरु, बेलगाम, बागलकोट, बीदर और बेल्लारी शामिल हैं. साल 2018 में बीजेपी को इन जिलों में केवल 30 सीट पर ही सफलता मिल पाई थी. कांग्रेस ने 37 सीटें झटक ली थीं, जबकि जेडीएस को 5 सीट पर जीत मिली. इस बार बीजेपी यहां कोई चूक नहीं करना चाहती और पहले से ही इसके लिए रणनीति पर जुट गई है.


बेंगलुरु में लगा था झटका
शहरी इलाकों में पैठ रखने वाली बीजेपी को 2018 के चुनाव में राजधानी बेंगलुरु में ही तगड़ा झटका लगा था. बेंगलुरु जिले में शहरी और ग्रामीण मिलाकर कुल 32 सीटें आती हैं, लेकिन 2018 में बीजेपी को सिर्फ 11 सीटें ही मिलीं. ये सभी सीट बेंगलुरु शहर के इलाके में मिली थीं. शहरी क्षेत्र में 28 विधानसभा सीटें हैं. 


बेलगाम जिले में 18 सीट हैं. पिछले चुनाव में बीजेपी को यहां 10 सीट मिली थी. बागलकोट की 7 सीटों में से पार्टी ने 5 सीट जीती थी. बीदर और बेल्लारी में भी पार्टी को तगड़ा नुकसान हुआ था. बीदर की 6 सीटों में से सिर्फ 1 सीट पर जीत मिली, जबकि बेल्लारी की 9 में से तीन सीट ही खाते में आई थीं. यही वजह है कि बीजेपी इस बार इन इलाकों में कोई कमजोरी नहीं रखना चाहती और इस क्षेत्र के लिए विशेष रणनीति बनाकर चुनाव की तैयारी में जुट गई है.


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