नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा है कि 2019 में कांग्रेस की सरकार बनने पर देश के सभी गरीब लोगों को न्यूनतम आमदनी दी जाएगी. इसका मतलब है कि हिंदुस्तान में कोई भूखा नहीं रहेगा और न कोई गरीब रहेगा.


राहुल गांधी ने कहा कि यह काम आज तक दुनिया की किसी भी सरकार ने नहीं किया है. यह काम दुनिया में सबसे पहले भारत की 2019 के बाद कांग्रेस वाली सरकार करने जा रही है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह जो भी वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं. कांग्रेस की सरकार ने मनरेगा के तहत गरीबों को रोजगार की गारंटी दी. भोजन की गारंटी दी. सूचना का अधिकार दिया. उन्होंने आगे कहा कि हमने किसान कर्जमाफी का वादा किया था और इसे पूरा किया. हम 'न्यूनतम आय गारंटी योजना' का भी वादा पूरा करेंगे.


क्या है न्यूनतम आय गारंटी?
न्यूनतम आय की गारंटी एक तरह से 'यूनिवर्सल बेसिक इनकम स्कीम' है. इसके तहत सरकार गरीबों को बिना शर्त कुछ रकम देती है. जिससे की घर का खर्च चल सके. यह लागू होने पर एक तय समय में सरकार को एक निश्चित रकम गरीबों को देनी होगी. हालांकि, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है कि गरीबी तय करने का फॉर्मूला क्या होगा और इसे कैसे लागू किया जाएगा.


कैसे लागू करेगी कांग्रेस?
राहुल के इस वादे के बाद नये सिरे से 'यूनिवर्सल बेसिक इनकम स्कीम' बहस छिड़ गई है. इसे लागू कैसे लागू किया जाएगा इसपर पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट कर जवाब दिया है.


चिदंबरम ने कहा, ''पिछले दो वर्षों में यूनिवर्सल बेसिक इनकम (UBI) के सिद्धांत पर बड़े पैमाने पर चर्चा की गई है. अब समय आ गया है कि हमारे हालात और हमारी जरूरतों के मुताबिक़ इस सिद्धांत को अपनाया जाए और इसे गरीबों के लिए लागू किया जाए. हम कांग्रेस घोषणापत्र में अपनी योजना बताएंगे.''





उन्होंने आगे कहा, ''साल 2004 से 2014 के बीच 14 करोड़ लोगों को गरीबी के चंगुल से बाहर निकाला गया. भारत से गरीबी का सफाया करने के लिये हमें दृढ़ता से कोशिश करनी होगी. देश के संसाधनों पर पहला अधिकार भारत के गरीबों का है. राहुल गांधी के वादे को लागू करने के लिये कांग्रेस पार्टी संसाधन जुटायेगी.''


बीजेपी का हमला
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दावों के बीच बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा गरीबों के लिए न्यूनतम आय गारंटी प्रदान करने का राहुल गांधी का दावा कांग्रेस की सैकड़ों घोषणाओं की तरह है, जिन्हें लागू नहीं किया गया. उनकी पार्टी केंद्र में 58 साल तक सत्ता में रही और हजारों घोषणाएं कीं. यदि उन्हें लागू किया गया होता तो गरीबों का और देश का चेहरा अलग होता.


बीजेपी नेता ने कांग्रेस अध्यक्ष के आश्वासन को बिना सोचे-समझे किया हुआ एलान करार दिया. रविशंकर ने कहा कि यह घोषणा बिना किसी तैयारी के की गई. इसके लिए न तो कोई वित्तीय प्रवाधान किया गया न ही कोई उचित एजेंडा तय किया गया.