मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद अब भी सरकार गठन पर सस्पेंस है. सूबे में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला है और शिवसेना भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से मुख्यमंत्री पद की मांग कर रही है. बीजेपी इससे इनकार कर रही है. अब सरकार गठन कब और कैसी होगी? इसको लेकर कुछ भी साफ नहीं है. इस बीच आज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना नेता दिवाकर राउते ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से अलग-अलग मुलाकात की. राजभवन का कहना है कि यह शिष्टाचार मुलाकात है.


राउते ने भी इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया है. उन्होंने कहा, ''मैं 1993 से राज्यपाल को दिवाली की शुभकामना देते आ रहा हूं, इससे कोई राजनैतिक न समझे, अब मेरे बाद कौन आ रहा है यह मुझे पता नहीं था.''


शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 24 अक्टूबर को चुनाव नतीजों की घोषणा के दिन कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले, उनके, अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के बीच 50:50 का फॉर्मूला तय हुआ था. 50:50 फॉर्मूला का मतलब है बीजेपी और शिवसेना का नेता ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बने.


शिवसेना ऐसे समय में अपनी मांग पर अड़ गई है जब बीजेपी ने 2014 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले खराब प्रदर्शन किया है और उसकी पिछली बार के मुकाबले 17 सीटें कम हुई है. 2014 के चुनाव में बीजेपी ने 122 सीटें जीती थी और इस बार उसके खाते में 105 सीटें आई है.


शिवसेना की बात करें तो पार्टी ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की है और पहली बार है जब ठाकरे खानदान से आदित्य ठाकरे जीते हैं. पिछले चुनाव में शिवसेना को 63 सीटें मिली थी. शिवसेना आदित्य को ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग कर रही है.


बीजेपी साफ कर चुकी है कि पार्टी ही महाराष्ट्र सरकार का नेतृत्व करेगी. बीजेपी आदित्य ठाकरे को उप-मुख्यमंत्री पद देने के पक्ष में है. इस बीच बीजेपी के एक नेता ने दावा किया है कि 30 अक्टूबर को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुंबई में मिलेंगे.


महाराष्ट्र: CM पद को लेकर बीजेपी-शिवसेना में खींचतान जारी, 30 अक्टूबर को उद्धव से मिल सकते हैं अमित शाह