मुंबई: शिवसेना और बीजेपी के बीच गठबंधन के एलान के अगले दिन ही उद्धव ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा. गठबंधन के एलान के बाद पहली बार पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि हमारा जो सपना था कि राज्य में शिवसेना का मुख्यमंत्री हो, वो पूरा होकर रहेगा. ठाकरे के इस बयान पर बीजेपी को कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
बता दें कि सोमवार को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दोनों पार्टियों ने सीटों की संख्या का एलान किया. इसके तहत राज्य की कुल 48 लोकसभा सीटों में से शिवसेना 23 और बीजेपी 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसके साथ यह भी घोषणा की गई कि दोनों पार्टियां विधानसभा चुनाव में बराबर-बराबर सीटों पर लड़ेगी.
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने बीजेपी से गठबंधन के फैसले पर कहा, ''देश में जो राजनीतिक माहौल है उसमें सभी पार्टियां किसी ना किसी के साथ होकर चुनाव के मैदान में उतरी है. ऐसे में अलग रहकर राजनीति करना सही नहीं होगा.'' उन्होंने कहा, ''हमारी ताक़त कुछ कम नहीं हम अकेले भी जाते तो जीत हमारी ही होती. लेकिन एक शब्द का मैंने कल इस्तेमाल किया था वो है कि अगर अविचारी लोग एक हो सकते है तो समविचारी लोग क्यों नहीं एक हो सकते.''
उद्धव ठाकरे का बयान ऐसे समय में आया है जब सोमवार को गठबंधन का एलान करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा था, ''पिछले विधानसभा चुनावों में कुछ कारणों की वजह से हम एक नहीं हो पाए. लेकिन पिछले 5 सालों से हम केंद्र की सरकार एक होकर चला रहे हैं. हमने अगले सारे चुनाव एक होकर लड़ने का निर्णय लिया है. हम एक दूसरे को साथ लेकर, एक दूसरे के साथ विचार विमर्श कर आगे बढ़ेंगे.'' बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद को लेकर बयान नहीं दिया है.
दोनों दलों के गठबंधन की घोषणा से पहले शिवसेना मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कई बार भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कड़ी आलोचना की गई थी. पिछले साल एक जनसभा में ठाकरे ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं करेगी.
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