नई दिल्लीः 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी अपनी चुनावी तैयारी का बिगुल बजा चुकी है. इसकी शुरूआत पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से हुई है. अगले लोकसभा चुनाव में नौजवानों को जोड़ने के लिए बीजेपी ने आज वाराणसी में युवा उद्घोष कार्यक्रम किया है. बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने भारत माता की जय के साथ वाराणसी से मिशन 2019 की शुरूआत कर दी है.


अमित शाह ने इन नौजवानों को पार्टी से जुड़ने के बदले पीएम बनने तक के सपने दिखाए. उनहोंने ये भी कहा कि हमने अपना करियर भी बूथ अध्यक्ष से शुरू किया था. युवा उद्घोष के बहाने बीजेपी की कोशिश देश भर के नौजवानों को पार्टी से जोड़ने की है. युवा उद्घोष रैली के साथ ही 2019 के चुनाव के लिए पार्टी ने हिंदुत्व का अपना एजेंडा भी साफ कर दिया है. यहां कार्यक्रम में करीब 17 हजार युवा शामिल हुए.


18 से 35 साल के नौजवान
युवा उद्घोष के लिए बीजेपी ने जानबूझ कर मोदी के वाराणसी को चुना. 1 जनवरी 2018 तक 18 साल पूरा करने वाले युवाओं को वोटर बनाने के लिए बीजेपी मिलेनियम अभियान भी चला रही है. देश की आधी आबादी 25 साल के नौजवानों की है. जबकि 65 फ़ीसदी आबादी 35 साल तक के उम्र के लोगों की है. देश का युवा जिस पार्टी के साथ होगा अगले लोकसभा चुनाव में जीत उसी की होगी. मोदी के बाद बीजेपी के सबसे बड़े स्टार प्रचारक योगी अभी से माहौल बनाने लगे हैं.


जिन लोगों को युवा उद्घोष कार्यक्रम में बुलाए गया वो सभी नौजवान हैं जिनकी उम्र 18 से 35 साल के बीच है. पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 1736 बूथ हैं. हर बूथ से कम से कम दस नौजवानों को बुलाया गया था. इन सबने बीस रुपये जमा कर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया गया था. बूथ कार्यकर्ता बनाए गए नौजवानों के मोबाइल नंबर बीजेपी के पास हैं. समय समय पर व्हाट्सएप पर इनसे तरह तरह के सवाल पूछे जायेंगे. इस ग्रुप पर ये कार्यकर्ता अपना फीडबैक भी पार्टी को देंगे जिसके आधार पर पार्टी अगले चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करेगी.


रैली में शामिल युवा
आज की इस रैली में 18 से 35 साल के वही युवा शामिल हुए जिन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था. पार्टी के मुताबिक 17 हजार 963 युवाओं ने रजिस्ट्रेशन किया था. रजिस्ट्रेशन के लिए बाकायदा इन लोगों ने 20 रुपये जमा कराए थे. ऐसा कहा जा रहा है कि रैली में शामिल ये लोग पहली बार पार्टी से जुड़े हैं.


वाराणसी लोकसभा क्षेत्र
वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की कुल 5 सीट है जो वाराणसी कैंट, वाराणसी नॉर्थ, वाराणसी साउथ, रोहनियां और सेवापुरी हैं. इन पांच विधानसभा सीटों पर कुल 1736 बूथ हैं.


ऐसी चर्चा है कि जिन लोगों को पार्टी नए सिरे से जोड़ रही है उनका इस्तेमाल बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने में किया जाएगा. पार्टी का लक्ष्य एक बूथ पर दस यूथ को खड़ा करने का है. शायद यही वजह है कि रैली में शामिल युवाओं के मोबाइल नंबर पार्टी ने ले रखे हैं. पार्टी के कार्यक्रमों की जानकारियां व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये दी जाएगी.


2019 के चुनाव में पहली बार वोट डालने वालों पर नजर
असल में पार्टी की नजर उन नए वोटरों पर है जो 2019 के चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे. वाराणसी से इस कार्यक्रम को शुरू करने की पीछे मकसद ये है कि ये सीट बीजेपी के लिए काफी अहम है. एक तो पीएम मोदी यहां से सांसद हैं दूसरे पूर्वांचल और बिहार की कई सीटों पर यहां की राजनीति का सीधा प्रभाव पड़ता है.


2014 के लोकसभा चुनाव में मिले वोट
2014 में पीएम मोदी को 5 लाख 81 हजार वोट मिले थे. जबकि दूसरे नंबर पर रहे अरविंद केजरीवाल को 2 लाख 9 हजार
और कांग्रेस के उम्मीदवार रहे अजय राय को 75 हजार वोट मिले थे.


साफ है कि 2019 के चुनावी समर को देखते हुए बीजेपी अभी से पूरी तरह तैयारियों में जुट गई है और खासकर युवाओं को अपने साथ जोड़ने के लिए कमर कस चुकी है. 2014 के चुनावों में बीजेपी की जीत के पीछे खासतौर पर युवाओं का बड़ा वोट प्रतिशत था. 2019 के चुनावों में भी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह इसी वर्ग को अपना वोट बैंक बनाने की राह पर आगे आ चुके हैं.