ABP C Voter Survey: जाट किसके कराएंगे ठाठ? मुस्लिम और ब्राह्मण किसे चाहते हैं सीएम बनाना, सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा
ABP News C Voter Survey: एबीपी न्यूज सी वोटर ने एक स्नैप पोल के जरिए अलग-अलग जातियों के मन में झांकते हुए सीएम की पसंद जानने की कोशिश की. हर जाति के मन को भांपने की कोशिश इस त्वरित सर्वे में की गई.
Uttar Pradesh Election 2022: उत्तर प्रदेश का सियासी रण, सत्ता का सेमीफाइनल कहा जा रहा है. हर दिन, चुनावों की तारीखों के बीच बचे वक्त को कम करता जा रहा है. इस बीच सियासी हलकों में राजनेताओं की धड़कनें भी तेज हो चली हैं. यूपी का चुनाव वैसे भी हमेशा से ही दिलचस्प रहा है. हर पार्टी जातिगत गणित के हिसाब से ही यूपी में सत्ता पाने के लिए अपना समीकरण सेट कर रही है, लेकिन आखिरकार इन जातियों के दिल में कौन है? किसका चेहरा ये फिर सीएम के रूप में देखना चाहते हैं?
एबीपी न्यूज सी वोटर ने एक स्नैप पोल के जरिए अलग-अलग जातियों के मन में झांकते हुए सीएम की पसंद जानने की कोशिश की. हर जाति के मन को भांपने की कोशिश इस त्वरित सर्वे में की गई. बात चाहें मुस्लिम मतदाता की हो, ब्राह्मणों की हो या यादवों की. कुर्मी हो, कुशवाहा हों या फिर जाट. हर वर्ग के दिल की बात लेकर आज का हमारा स्नैप पोल आया है.
एबीपी न्यूज सी वोटर के स्नैप पोल में ब्राह्मणों से जब सीएम की पसंद को लेकर जब सवाल किया गया तो उनकी पहली पसंद सीएम योगी ही दिखाई दिए. 67 फीसदी ब्राह्मणों ने योगी को सीएम की पहली पसंद बताया. वहीं अखिलेश को 16 फीसदी ब्राह्मणों ने ही सीएम की पसंद माना है. 6 फीसदी ब्राह्मणों ने मायावती को सीएम की चॉइस बताया है.
सीएम के लिए ब्राह्मणों की पसंद कौन ?
योगी 67%
अखिलेश 16%
मायावती 6%
अन्य 11%
जाटों की सीएम पसंद कौन
जिसके साथ जाट उसके ठाठ. ऐसे में जाटों में सीएम की पहली पसंद कौन है, ये सवाल थोड़ा मुश्किल भरा है. जाट समुदाय एकतरफा किसी चेहरे को लेकर क्लियर नहीं है. 37 फीसदी जाटों में सीएम योगी सीएम पद की चॉइस हैं. वहीं 28 फीसदी जाट समुदाय के लोग अखिलेश यादव को सीएम बनाना चाहते हैं. वहीं 14 फीसदी लोग मायावती के पक्ष में हैं, जबकि 21 फीसदी जाट किसी अन्य चेहरो को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं.
सीएम के लिए जाटों की पसंद कौन ?
योगी 37%
अखिलेश 28%
मायावती 14%
अन्य 21%
मुस्लिम किसको बनाना चाहते हैं सीएम
मुस्लिम समुदाय को सीएम के रूप में कौन पसंद है, जब ये सवाल किया गया तो आंकड़े चौंकाने वाले मिले. यहां योगी को झटका लगा है. मुस्लिम समुदाय के बीच सीएम की पसंद के रूप में अखिलेश यादव पापुलर हैं. 78 फीसदी मुस्लिम अखिलेश यादव को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं. वहीं महज 4 फीसदी मुस्लिम ही योगी को सीएम के रूप में पसंद कर रहे हैं. मायावती को 13 फीसदी मुस्लिम सीएम बनाना चाहते हैं. वहीं 5 फीसदी मुस्लिम किसी अन्य को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं.
सीएम के लिए मुस्लिमों की पसंद कौन ?
योगी 4%
अखिलेश 78%
मायावती 13%
अन्य 5%
मौर्य और सैनी की चॉइस क्या?
मौर्य और सैनी समुदाय में सीएम की पसंद के रूप में योगी पॉपुलर हैं. 52 फीसदी इन दोनों समुदायों के लोग योगी को दोबारा सीएम बनाना चाहते हैं. वहीं 28 फीसदी इस समुदाय के लोगों की पसंद अखिलेश यादव हैं. वहीं 13 फीसदी लोगों ने मायावती को पहली पसंद बताया है. वहीं अन्य को 7 फीसदी लोग सीएम के रूप में चुनना चाहते हैं.
मौर्य,सैनी की सीएम पसंद कौन ?
योगी 52%
अखिलेश 28%
मायावती 13%
अन्य 7%
कुर्मी, कुशवाहा की पसंद
त्वरित सर्वे में कुर्मी, कुशवाहा समुदाय के लोगों से भी सीएम की चॉइस जानने की कोशिश की गई. इस समुदाय के 53 फीसदी लोग योगी आदित्यनाथ को ही एक बार फिर सीएम के रूप में देखना चाहते हैं. वहीं 27 फीसदी लोग अखिलेश यादव को सीएम बनाने की ख्वाहिश रखते हैं. इसके अलावा 10 फीसदी लोगों की चॉइस मायावती हैं.
कुर्मी, कुशवाहा की सीएम पसंद कौन ?
योगी 53%
अखिलेश 27%
मायावती 10%
वहीं अगर राजपूतों की बात करें तो इस समुदाय के 71 फीसदी लोग योगी आदित्यनाथ को ही अगला मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. वहीं 17 फीसदी राजपूत अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. वहीं 5 फीसदी राजपूतों की पसंद मायावती हैं. इसके अलावा 7 फीसदी लोग किसी अन्य को सीएम बनाना चाहते हैं.
राजपूतों की सीएम पसंद कौन ?
योगी 71%
अखिलेश 17%
मायावती 5%
अन्य 7%
यादव समुदाय की बात करें तो यहां भी सीएम की पहली पसंद अखिलेश यादव हैं. 70 फीसदी यादव अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. वहीं 20 फीसदी यादव योगी के पक्ष में हैं और उन्हें ही अगला सीएम बनाना चाहते हैं. स्नैप पोल में 5 फीसदी यादव मायावती को और 5 फीसदी अन्य को अगला सीएम बनाना चाहते हैं.
सीएम के लिए यादवों की पसंद कौन ?
योगी 20%
अखिलेश 70%
मायावती 5%
अन्य 5%
ये भी पढ़ें- हेलिकॉप्टर से उड़ान भड़ने के बाद Akhilesh Yadav बोले- समाजवादी संघर्ष के इतिहास में ये दिन भी दर्ज होगा!