दिल्ली चुनाव: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान आज शाम 5 बजे खत्म हो गया है. चुनाव प्रचार अभियान में आम आदमी पार्टी की कमान सीएम केजरीवाल ने संभाल रखी थी. वहीं केजरीवाल को चुनौती देने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह ने आखिरी वक्त में मोर्चा संभाला और लगातार 13 दिन तक प्रचार अभियान में हिस्सा लिया. हालांकि केजरीवाल प्रचार के दौरान सबसे आगे रहे और उन्होंने 68 विधानसभा क्षेत्रों में जाकर पार्टी उम्मीदवारों के लिए कैंपेन किया. वहीं अमित शाह ने 13 दिन में 47 चुनावी सभाएं की जिनमें 35 रैलियां और 9 रोड शो शामिल रहे. पीएम मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी आखिरी दौर के चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया.


केजरीवाल सबसे आगे


आम आदमी पार्टी सत्ता में वापसी करने के लिए सीएम केजरीवाल के चेहरे पर ही चुनाव लड़ रही है. केजरीवाल ने भी प्रचार की कमान अपने हाथ में संभालते हुए 68 विधानसभा सीटों पर रोड शो या रैली की. अपने नॉमिनेशन के बाद से केजरीवाल ने हर दिन रोड शो या रैली में हिस्सा लिया. केजरीवाल ने लगभग 40 रोड शो किया और 20 के करीब बड़ी रैलियां की. केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से तीसरी बार किस्मत आजमा रहे हैं. नई दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल ने 3 दिन रोड शो किया.


इसके अलावा केजरीवाल ने इस बार टाउन हॉल मीटिंग को भी चुनाव प्रचार का अच्छा जरिया बनाया. केजरीवाल ने चुनाव की घोषणा के बाद 8 विधानसभा सीटों में टॉउन हॉल किया. केजरीवाल ने चुनाव की घोषणा से पहले पहले 7 टॉउन हॉल मीटिंग की.


बीजेपी का चुनाव प्रचार


बीजेपी के लिए पीएम मोदी आखिरी दौर में चुनाव प्रचार करने मैदान में उतरे. पीएम मोदी ने दिल्ली चुनाव में दो दिन प्रचार किया 3 फरवरी को पूर्वी दिल्ली के शाहदरा में रैली और 4 फरवरी को पश्चिमी दिल्ली के द्वारका में रैली की.


आखिरी दो हफ्तों में बीजेपी के चुनाव प्रचार अभियान की कमान पूरी तरह से गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी हाथ में ले ली. 23 जनवरी से 6 फरवरी के बीच अमित शाह ने दिल्ली में 13 दिन प्रचार किया, कुल 47 चुनावी सभाएं, रोड शो और प्रोग्राम किए. अमित शाह ने 35 रैलियां की और 9 रोड शो किया, 1 दिन कार्यकर्ता के घर डिनर किया. इतना ही नहीं शाह ने 1 दिन घर-घर पैदल जाकर वोट मांगे और 1 दिन तालकटोरा में बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.


शाहीन बाग के मुद्दे को भुनाने के लिए बीजेपी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को भी आखिरी वक्त में चुनाव प्रचार अभियान में उतारा. योगी आदित्यनाथ ने 1 फरवरी से 4 फरवरी तक 4 दिन दिल्ली में प्रचार किया. 4 दिन में योगी ने कुल 12 रैलियों को संबोधित किया. योगी ने ज्यादातर उन सीटों पर प्रचार किया जहां पूर्वांचल के वोटर बड़ी तादाद में हैं.


कांग्रेस रही पीछे

कांग्रेस के दो बड़े चेहरे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आखिरी हफ्ते में ही चुनाव प्रचार करने पहुंचे. राहुल गांधी ने 4 और 5 फरवरी को दो दिन में 4 रैलियां की. राहुल ने 4 फरवरी को जंगपुरा और संगम विहार में रैली की, जबकि 5 फरवरी को कोंडली और मटिया महल में रैली की. संगम विहार और मटिया महल की रैली में प्रिंयका भी उनके साथ रहीं. 4 और 5 फरवरी को प्रिंयका ने दो दिन में 2 रैलियां की. उन्होंने 4 फरवरी संगम विहार और 5 फरवरी को मटिया महल में रैली की.


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