Elections 2024: उत्तर प्रदेश (यूपी) के नगीना से लोकसभा सांसद और आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप-चुनाव में सभी सियासी दलों के नेताओं की नींद उड़ा सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि उप-चुनाव से पहले वह वहां बड़ा खेल सकते हैं. सियासी गलियारों में ऐसी अटकलें हैं कि वह हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के साथ गठजोड़ कर सकते हैं. 


उप-चुनाव से पहले एएसपी और एआईएमआईएम साथ आएंगी? इस बार में फिलहाल किसी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि तो नहीं की गई मगर एएसपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार चित्तौड़ ने यूट्यूब न्यूज चैनल 'यूपी तक' को बताया, "गठबंधन को लेकर शुरुआती बातचीत चल रही है. यह संवाद काफी पॉजिटिव रहा है. हालांकि, इस पर आखिरी फैसला दोनों दलों के अध्यक्ष ही लेंगे. हमारी पार्टी उप-चुनाव में मजबूती के साथ उतरने के लिए तैयार है." 


...तो यह फॉर्मूला अप्लाई करना चाहते हैं चंद्रशेखर आजाद?


राजनीतिक जानकारों की मानें यूपी में भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद का उभार बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती के विकल्प के रूप में हुआ है. वह हाशिए के लोगों की बात करते हैं और दलितों-पिछड़ों के मुद्दे भी जमकर उठाते हैं. ऐसे में अगर वह एआईएमआईएम को साथ लेते हैं तब वह यूपी में मुस्लिम वोटबैंक को भी भुनाने की कोशिश करेंगे. समझा जा सकता है कि वह इस तरह दलित और मुस्लिम का कॉम्बो फॉर्मूला (डीएम फॉर्मूला) अप्लाई कर सकते हैं.     


विरोधियों का वोट मिलकर काट सकती हैं ASP-AIMIM!


चूंकि, यूपी में बीजेपी के लिए उप-चुनाव नाक (इज्जत के संदर्भ में) की लड़ाई से कम नहीं है तो अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए भी यह बाई-पोल बेहद अहम हैं. हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि कांग्रेस और सपा साथ लड़ेंगी पर इतना जरूर माना जा रहा है कि अगर एएसपी और एआईएमआईएम साथ आ गईं तो वे बीजेपी के विरोधी दल के अच्छे-खासे वोट काट सकती हैं. वैसे, यूपी उप-चुनाव की डेट अभी तक नहीं आई है.


हरियाणा में भी फैलाव पर नजर, JJP संग लड़ रहे चुनाव


यूपी उप-चुनाव से इतर हरियाणा की बात करें तो वहां फिलहाल बीजेपी की सरकार है. वहां के विधानसभा चुनाव 2024 के लिए एएसपी ने दुष्यंत चौटाला की जजपा के साथ गठबंधन किया है, जो कि कभी बीजेपी का घटक दल (एनडीए में) थी. हिंदी न्यूज चैनल 'एनडीटीवी' से चंद्रशेखर आजाद ने कहा, "मेरा भरोसा है कि जो पौधा हमने लगाया है, वह कल को चलकर वृक्ष बनेगा. जो हरियाणा की सेवा करना चाहते हैं, हम उनको मौका देंगे. हम हरियाणा के संपूर्ण विकास के लिए काम करेंगे." पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स के बीच ऐसी चर्चा है कि चंद्रशेखर आजाद और दुष्यंत चौटाला ने सोच-समझकर गठजोड़ किया है. वे जातीय समीकरण को साधकर हरियाणा में अपने एएसपी और जेजेपी गठबंधन की जमीन मजबूत करना चाहते हैं.


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