Chhattisgarh Election 2023 News: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 20 सीटों के लिए आज (7 नवंबर) मतदान है. इन 20 सीटों में कई सीटें ऐसी हैं जिन पर बड़े नाम मैदान में उतरे हुए हैं. इन वीआईपी उम्मीदवारों की वजह से इन सीटों को वीआईपी सीट कहा जा रहा है. इन सीटों पर सबकी नजरें टिकी हुईं हैं. कुछ पर कांटे की टक्कर है, तो कुछ पर त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है.


कौन सा प्रत्याशी किस पर भारी पड़ेगा, इसका पता तो तीन दिसंबर को मतगणना के बाद ही चलेगा, लेकिन फिलहाल लोगों में इसे लेकर उत्सुकता बनी हुई है. आइए हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे ही वीआई वीआईपी उम्मीदवारों के बारे में, कहां से वह खड़े हैं और उनके सामने कौन चैलेंज दे रहा है.


1. भूपेश बघेल (कांग्रेस)


प्रदेश की सबसे वीआईपी सीट पाटन ही है. यहां से मौजूदा सीएम भूपेश बघेल मैदान में हैं. वह इस सीट से मौजूदा विधायक हैं. वह पांच बार विधायक रह चुके हैं. इस सीट पर बीजेपी ने सांसद विजय बघेल को उतारकर मुकाबले को रोमांचक बना दिया है. विजय बघेल भूपेश बघेल के भतीजे हैं और 2008 में भूपेश बघेल को यहां से हरा चुके हैं. इसके अलावा इस सीट पर पूर्व सीएम अजीत जोगी के बेटे और जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी भी ताल ठोक रहे हैं. इससे यहां टफ फाइट है.


2. मोहम्मद अकबर (कांग्रेस)


मोहम्मद अकबर कबीरधाम जिले की कवर्धा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. वह मौजूदा छत्तीसगढ़ सरकार में परिवहन मंत्री हैं. इसके अलावा इनके पास कानून, वन और पर्यावरण मंत्री का भी चार्ज है. मोहम्मद अकबर चार बार से विधायक हैं. खास बात ये है कि बघेल सरकार में अकबर इकलौते मुस्लिम मंत्री हैं. 2018 में सबसे बड़े अंतर से चुनाव जीतकर मोहम्मद अकबर ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं. इनके सामने बीजेपी ने विजय शर्मा को उतारा है. विजय शर्मा यहां हुए झंडा विवाद में जेल जा चुके हैं. तब इस मामले में हिंदू और मुस्लिमों के बीच तनाव की स्थिति बन गई थी.


3. रमन सिंह (बीजेपी)


प्रदेश के लगातार 15 साल (तीन कार्यकाल) मुख्यमंत्री रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता रमन सिंह राजनांदगांव विधानसभा सीट से मैदान में हैं. वह एक बार सांसद रह चुके हैं, जबकि 6 बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं. BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. ऐसे में इस सीट पर भी सबकी नजर है. रमन सिंह के सामने कांग्रेस ने गिरीश देवांगन को उतारा है. गिरीश सीएम के करीबी बताए जाते हैं.


4. मोहन मरकाम (कांग्रेस)


कांग्रेस के मोहन मरकाम कोंडागांव विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं. वह बघेल सरकार में SC-ST, OBC और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं. इससे पहले छत्तसीगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा चुके हैं.  2013 से 2 बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं. उनका मुकाबला बीजेपी की लता उसेंडी से होगा, जो पूर्व मंत्री रह चुकी हैं और इस सीट से विधायक हैं. लता बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं.


5. कवासी लखमा (कांग्रेस)


कवासी लखमा को कांग्रेस ने इस बार भी सुकमा जिले की कोंटा सीट से प्रत्याशी बनाया है. वह यहां से मौजूदा विधायक हैं. छत्तीसगढ़ सरकार में वाणिज्य और उद्योग मंत्री की भूमिका निभा रहे हैं. इनकी गिनती कांग्रेस के दिग्गज आदिवासी नेताओं में होती है. लखमा 1998 से लगातार 5 बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं. यहां से सोयम मुका भाजपा के प्रत्याशी हैं.


6. रेणुका सिंह (बीजेपी)


केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह को बीजेपी ने इस बार विधायक के लिए भरतपुर सोनहत विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है. रमन सिंह सरकार में रेणुका सिंह महिला एवं बाल विकास मंत्री रह चुकी हैं. उनके सामने कांग्रेस के गुलाब कमरो हैं जो इस सीट से मौजूदा विधायक हैं.


7. टीएस सिंहदेव (कांग्रेस)


टीएस सिंहदेव अंबिकापुर से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव लगातार तीन बार से अंबिकापुर से जीत दर्ज कर चुके हैं तीनों बार उन्होंने बीजेपी के अनुराग सिंहदेव को ही हराया था. इस बार बीजेपी ने राजेश अग्रवाल को मौका दिया है.


8. अरुण साव (बीजेपी)


बीजेपी ने लोरमी सीट पर प्रदेश अध्यक्ष और बिलासपुर के सांसद अरुण साव को उम्मीदवार बनाया है. अरुण साव को मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी माना जा रहा है. इनके सामने थानेश्वर साहू होंगे. इसके अलावा इस सीट पर जोगी की कांग्रेस के प्रत्याशी सागर सिंह बैस भी चुनाव लड़ रहे हैं. इससे यहां का चुनाव त्रिकोणीय हो गया है.


9. डॉ. रेणु जोगी (जनता कांग्रेस)


कोटा विधानसभा सीट भी काफी चर्चित सीट है. यहां से जनता कांग्रेस की डॉ. रेणु जोगी मौजूदा विधायक हैं. रेणु जोगी इस सीट से लगातार चार बार विधायक बन चुकी हैं. रेणु के विजयी रथ को रोकने के लिए कांग्रेस ने भूपेश बघेल के करीबी अटल श्रीवास्तव को यहां से टिकट दिया है. वहीं बीजेपी से प्रबल प्रताप सिंह जूदेव मैदान में हैं. तीनों धुरंधरों के बीच इस बार काफी करीबी फाइट है.


10. डॉ. चरणदास महंत (कांग्रेस)


सक्ती विधानसभा सीट से छत्तीसगढ़ विधानसभा के स्पीकर डॉ. चरणदास महंत चुनाव लड़ रहे हैं. प्रदेश में यह कहा जाता है कि जो भी विधायक विधानसभा स्पीकर पद पर रहता है वह दोबारा चुनाव नहीं जीत पाता. ऐसे में डॉ. चरणदास महंत पर सबकी नजर रहेगी. इस सीट पर बीजेपी ने साहू प्रत्याशी को अपना उम्मीदवार बनाया है.


ये भी पढ़ें


Chhattisgarh Election 2023: 40.78 लाख वोटर, 20 सीटों पर 223 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला, छत्तीसगढ़ के पहले चरण की वोटिंग से जुड़ी हर जानकारी