Chhattisgarh Election Candidates: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही बीजेपी ने गुरुवार (17 अगस्त) को अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. इस सूची में बीजेपी के 21 उम्मीदवारों के नाम हैं. 21 में से 10 उम्मीदवार अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग से हैं, जबकि चार साहू जाति से. लिस्ट में पांच महिलाओं को भी बतौर उम्मीदवार शामिल किया गया है. 


बीजेपी ने बुधवार (16 अगस्त) को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर मुहर लगाई थी. माना जा रहा है कि बीजेपी ने चुनाव में जातीय गणित को साधने और ठोस रणनीति के साथ उतरने की कोशिश की है.


इसी के साथ बीजेपी ने एक बड़ा दांव छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भतीजे और दुर्ग सांसद विजय वघेल को पाटन से उम्मीदवार बनाकर खेला है. पाटन सीएम की भी सीट है, इस प्रकार बीजेपी ने यहां लड़ाई बघेल बनाम बघेल कर दी है. आइये जानते हैं बीजेपी की इस लिस्ट के एसटी, साहू और महिला उम्मीदवारों के बारे में.



बीजेपी की लिस्ट में 10 ST चेहरे कौन हैं?


छत्तीसगढ़ के लिए बीजेपी ने 21 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूचि में जिन 10 अनुसूचित जनजाति (ST)  वर्ग के उम्मीदवारों के नाम जोड़े हैं, उनमें प्रतापपुर से शकुंतला सिंह पोर्थे, रामानुजगंज से रामविचार नेताम, लुन्द्र से प्रबोज भींज, धर्मजागढ़ से हरिश्चन्द्र राठिया, मरवाही से प्रणव कुमार मरपच्ची, सिहावा से श्रवण मरकाम, दौंडी लोहारा से देवलाल हलवा ठाकुर, मोहला-मानपुर से संजीव साहा, कांकेर से आशाराम नेताम और बस्तर से मनीराम कश्यप शामिल हैं.


  


साहू जाति से चार उम्मीदवार


बीजेपी ने खरसिया विधानसभा सीट से महेश साहू, अभानपुर से इन्द्रकुमार साहू, राजिम से रोहित साहू और खुज्जी से गीता घासी साहू को उम्मीदवार बनाया है.


ये है बीजेपी के पांच महिला चेहरे?


बीजेपी ने भटगांव से लक्ष्मी रजवाड़े, प्रतापपुर से शकुंतला सिंह पोर्थे, सरायपाली से सरला कोसरिया, खल्लारी से अलका चंद्राकर और खुज्जी से गीता घासी साहू को उम्मीदवार बनाया है. इनमें से शकुंतला सिंह पोर्थे अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग और सरला कोसरिया अनुसूचित जाति (SC) वर्ग से आती हैं.


बता दें कि अगले वर्ष लोकसभा चुनाव से पहले इस साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं, जिनमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है. कांग्रेस के सामने सत्ता बरकरार रखने की चुनौती है तो बीजेपी वापसी करने के लिए रणनीति में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है.


जुलाई में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक समीक्षा बैठक में राज्य के लिए बीजेपी का आंतरिक सर्वे भी जारी किया था. वहीं, चुनाव तारीख के ऐलान से पहले ही उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर बीजेपी ने रणनीतिक स्तर पर कांग्रेस से एक कदम आगे होने का संकेत देने की कोशिश की है.  


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