दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: दिल्ली में आम आदमी पार्टी 70 में से 62 सीटें जीतकर दोबारा सरकार बनाने के लिए तैयार है. लगातार दूसरे विधानसभा चुनाव में केजरीवाल की पार्टी ने बंपर जीत दर्ज की है. हालांकि बंपर जीत के बावजूद केजरीवाल सरकार के दिग्गज चेहरों मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और कैलाश गहलोत को कांटे की टक्कर का सामना करना पड़ा. दिल्ली की 13 सीटें ऐसी रहीं जहां जीत का अंतर 7 हजार वोट से कम का रहा.
दिल्ली की 9 सीटें ऐसी रहीं जहां जीत का अंतर पांच हजार वोट से कम का था. जबकि चार सीटों पर जीत का अंतर 5 हजार से 7 हजार वोट के बीच रहा. आम आदमी पार्टी के बिजवासन से उम्मीदवार भूपेंद्र सिंह 753 वोट से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. आम आदमी पार्टी के लक्ष्मीनगर से विधायक नितिन त्यागी को सबसे कम 880 वोट से हार का सामना करना पड़ा. कांटे की टक्कर में बीजेपी के अभय वर्मा ने उन्हें मात दी. आदर्श नगर से भी आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राजकुमार भाटिया को 1,589 वोट से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे.
केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे मनीष सिसोदिया को भी इस बार चुनाव जीतने में कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा. अंत तक फंसे हुए मुकाबले में मनीष सिसोदिया करीब तीन हजार वोट से पटपड़गंज से तीसरी बार विधायक चुने गए. मनीष सिसोदिया को बीजेपी उम्मीदवार रवि नेगी से कड़ी चुनौती मिली.
नजफगढ़ सीट से किस्मत आजमा रहे केजरीवाल सरकार के एक और मंत्री कैलाश गहलोत के लिए भी दोबारा विधायक बनने की राह आसान नहीं रही. गहलोत ने 6,231 वोट से जीत दर्ज की है. लेकिन नजफगढ़ सीट पर मुकाबला इतना कड़ा था कि आखिरी राउंड तक सीट आम आदमी पार्टी के हाथ से निकल सकती थी.
शकूर बस्ती से दिल्ली सरकार के एक और मंत्री सत्येंद्र जैन तीसरी बार विधायक चुने जाने में कामयाब रहे. शकूर बस्ती से सत्येंद्र जैन ने 7,592 वोट से जीत दर्ज की. सत्येंद्र जैन के कद को देखते हुए साफ हो जाता है कि उन्हें कितनी कड़ी चुनौती का सामना करके यह जीत मिली है.
कालकाजी से आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी जीत दर्ज करने में कामयाब रही हैं. आतिशी ने 11 हजार वोट से जीत दर्ज की है. लेकिन कई राउंड तक बीजेपी उम्मीदवार और आतिशी के बीच अंतर सिर्फ 100 या 200 वोट के बीच ही रहा.
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