'राहुल गांधी के ऊपर लेजर लाइट' वाले पत्र को कांग्रेस ने नकारा, कहा-गृह मंत्रालय को कोई चिट्ठी नहीं लिखी
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी कांग्रेस ने सार्वजनिक तौर पर सामने आए पत्र के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'कोई चिट्ठी नहीं लिखी गयी है. गृह मंत्रालय ने व्यापक सूचना दी है. कोई शिकायत नहीं की गयी है.'
नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी में नामांकन दाखिल करने के दौरान उनके शरीर पर लेजर लाइट दिखने को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह को कथित तौर पर लिखे गए पत्र को पार्टी ने नकार दिया है.
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी कांग्रेस ने सार्वजनिक तौर पर सामने आए पत्र के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'कोई चिट्ठी नहीं लिखी गयी है. गृह मंत्रालय ने व्यापक सूचना दी है. कोई शिकायत नहीं की गयी है.' यह पूछे जाने पर क्या ये पत्र फर्जी हैं तो उन्होंने कुछ भी साफ करने से इनकार करते हुए कहा, 'खुद गृह मंत्रालय ने कहा है कि उन्हें कोई पत्र नहीं मिला है.' इससे पहले सार्वजनिक हुए पत्र पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल, रणदीप सुरजेवाला और जयराम रमेश के हस्ताक्षर हैं, हालांकि पार्टी ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
सोशल मीडिया में शेयर हो रहे इस कथित पत्र में कहा गया है कि बुधवार को जब गांधी अमेठी मीडिया से बातचीत कर रहे थे उसी दौरान उनके शरीर पर कम से कम सात बार हरे रंग की लेजर लाइट दिखाई दी.
Congress claims serious breach in security of Rahul; MHA denies Read @ANI Story | https://t.co/PJYmQjPkye pic.twitter.com/WbTXg8iIfx
— ANI Digital (@ani_digital) April 11, 2019
क्या है पूरा मामला आपको बता दें कि समाचार एजेंसी एएनआई की तरफ से एक पत्र जारी किया गया था. उसके जरिए दावा किया था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक का दावा करते हुए कांग्रेस ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखी थी. पत्र में लिखा था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी में नामांकन भरने से पहले किए गए रोड शो के दौरान उनके शरीर पर 7 बार ग्रीन लाइट चमकी. कथित तौर पर पत्र पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल, रणदीप सुरजेवाला और जयराम रमेश के हस्ताक्षर भी थे. इसमें लिखा है कि राहुल गांधी पर अमेठी में ग्रीन लेजर लाइट मारी गई थी. पत्र में स्नाइपर गन का जिक्र किया गया और आशंका जताई है कि ग्रीन लाइट लेजर गन की हो सकती है. इसके बाद खबर आई कि कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है और उनकी जान को खतरा है.
इसके बाद गृह मंत्रालय ने इस जवाब दिया कि राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर कोई चूक नहीं हुई है और वो ग्रीन लाइट कांग्रेस के ही किसी फोटोग्राफर के मोबाइल की लाइट थी. इसके अलावा गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ये भी कहा कि कांग्रेस की तरफ से उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है और उनका ध्यान कुछ रिपोर्ट के जरिए इस ओर आकर्षित किया गया था.
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और बहनोई राबर्ट वाड्रा की मौजूदगी में अमेठी के जिला कलेक्ट्रेट में बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल किया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले मुंशीगंज से गौरीगंज तक तीन किलोमीटर का रोड शो किया. इस दौरान उन्होंने अपनी पार्टी का पूरा चुनाव प्रचार किया.
अमेठी की लोकसभा सीट से राहुल गांधी का मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से है. राहुल अमेठी से पहले केरल के वायनाड से भी नामांकन दाखिल कर चुके हैं. वह तीन बार से अमेठी से लोकसभा सदस्य हैं.