(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Election 2024: मध्य प्रदेश कांग्रेस में बड़ा बदलाव, युवा हाथों में कमान, क्या खत्म होगी कमलनाथ और दिग्विजय की राजनीति?
Congress: मध्य प्रदेश में बदलाव के बाद अब कांग्रेस आलाकमान राजस्थान में भी कई पुराने नेताओं को साइडलाइन कर युवा चेहरों को बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी में है. सचिन पायलट लगातार इसकी मांग कर रहे हैं.
Big Changes in Madhya Pradesh Congress: हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 3 राज्यों में शानदार जीत दर्ज की. पार्टी ने इसके बाद तीनों राज्यों में नए नेतृत्व को आगे किया. वहीं, इन राज्यों में मिली हार और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए अब कांग्रेस ने भी कई राज्यों की लीडरशीप में बड़े फेरबदल किए हैं. आलाकमान को उम्मीद है कि युवा ब्रिगेड को कमान देने से पार्टी की डूबती हुई नैया पार लगेगी.
बदलाव की इसी कड़ी में कांग्रेस आलाकमान ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ की जगह जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया. पूर्व राज्य मंत्री 48 साल के उमंग सिंघार को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया है, तो 38 साल के हेमंत कटारे को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है. जीतू पटवारी OBC समाज से आते हैं, जबकि उमंग सिंघार आदिवासी समाज से हैं, वहीं हेमंत ब्राह्मण समाज से हैं.
जातीय समीकरण साधने में कांग्रेस भी जुटी
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने भी कुछ बड़े निर्णय लिए हैं. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के दिग्गज नेता चरण दास महंत को विधायक दल का नेता चुना गया है. हालांकि यहां दीपक बैज को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बरकरार रखा गया है. विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने ये फैसला तब लिया है, जब तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री के साथ ही डिप्टी सीएम शपथ ले चुके हैं. माना जा रहा है कि BJP की तरह कांग्रेस ने जातीय संतुलन साधने की कोशिश की है.
क्या होगा पुराने क्षत्रपों का भविष्य
कांग्रेस के पुराने क्षत्रपों को साइडलाइन करने के बाद अब सवाल ये उठ रहे हैं कि आखिर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मौजूद पार्टी के पुराने क्षत्रपों का अब क्या भविष्य है. 14 दिसंबर को छिंदवाड़ा में कमलनाथ ने कहा था कि मैं रिटायर नहीं होने वाला, लेकिन एबीपी न्यूज को कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया कि फिलहाल पार्टी कमलनाथ को कोई पद देने के मूड में नहीं है.
दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह राज्यसभा में ही बने रहेंगे. उन्हें भी कोई बड़ा रोल फिलहाल नहीं मिल रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में हार के बाद कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व भूपेश बघेल से नाराज है. राजस्थान में भी पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जगह अब पार्टी युवा चेहरों को आगे लाने के मूड में है. राजस्थान में भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी का चीफ बदलने की तैयारी है.
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