दिल्ली में रविवार को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हुई. इस बैठक के बाद कांग्रेस पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पार्टी को सोनिया गांधी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने बैठक के बाद कांग्रेस की ओर से बयान देते हुए कहा कि पार्टी का यह मानना है कि खराब रणनीति की वजह से हम चार राज्यों में बीजेपी के कुशासन को उजागर नहीं कर पाए. वहीं पंजाब में करारी हार पर सुरजेवाला ने कहा कि आखिर में हुए नेतृत्व परिवर्तन की वजह से हम सत्ता विरोधी लहर को कम नहीं कर पाए.
कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में हुए विधानसभा चुनावों में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई. आज कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पांच राज्यों में मिली हार पर पार्टी नेताओं ने मंथन किया. साथ ही नेतृत्व परिवर्तन को लेकर भी चर्चा हुई. सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस को सोनिया गांधी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है.
चुनावी हार पर गहनता से विचार विमर्श और मंथन करने के लिए कांग्रेस जयपुर में चिंतन शिविर का आयोजन करेगी. सूत्रों के मुताबिक अप्रैल के पहले हफ़्ते में राजस्थान के जयपुर में चिंतन शिविर का आयोजन किया जा सकता है. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने भाषण में कहा कि अगर पार्टी को लगता है तो हम तीनों (सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी) इस्तीफ़ा देने के लिए तैयार हैं, लेकिन CWC ने सर्वसम्मति से इसे खारिज कर दिया.
सूत्रों के मुताबिक बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि कुछ लोग सोचते हैं कि इस स्थिती के लिए गांधी ज़िम्मेदार हैं. अगर आप सभी को यही लगता है तो हम संगठन की कामयाबी और मज़बूती सुनिश्चित करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. कोई भी त्याग. सुरजेवाला ने बताया कि बैठक में सोनिया गांधी के नेतृत्व में पुन:पुष्टी की और उनसे निवेदन किया कि वो आगे पार्टी का नेतृत्व करें और संगठनात्मक बदलाव करें.
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि सीडब्ल्यूसी ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया और उनसे आग्रह किया कि वे पार्टी को मजबूत करने के लिए जरूरी बदलाव करें. उन्होंने बताया कि संसद के बजट सत्र के तत्काल बाद ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन होगा.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि हर नेता ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया और संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक उनसे अध्यक्ष पद पर बने रहने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि बैठक में हर चुनावी राज्य के प्रभारियों एवं वरिष्ठ नेताओं ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष रिपोर्ट पेश की.