Congress Review Meeting on Poll Results: देश के 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में से 3 हिंदी भाषी राज्य में मिली करारी हार का मंथन कांग्रेस पार्टी ने किया है. चुनावों में मिली हार पर चर्चा के लिए लगातार 4 समीक्षा बैठकें कीं गईं. कांग्रेस के एक सूत्र का कहना है कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में पार्टी की हार "अभूतपूर्व" थी, क्योंकि उसे कम से कम 2 राज्यों में जीत की उम्मीद थी.
सूत्र ने कहा कि उन्होंने स्वीकार किया कि 4 राज्यों में परिणाम "अभूतपूर्व" थे और किसी को भी छत्तीसगढ़ में हार की उम्मीद नहीं थी. हालांकि, सूत्र ने कहा कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में जमीन पर ध्रुवीकरण देखा गया.
राजस्थान में 90 सीटों की थी जीत की उम्मीद
सूत्र ने यह भी कहा कि पार्टी को राजस्थान में 90 सीटों की उम्मीद थी, क्योंकि सत्ता विरोधी लहर नहीं थी, लेकिन कई मौजूदा विधायकों के खिलाफ गुस्सा था. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि राजस्थान में पार्टी दो खेमों के कारण रक्षात्मक मुद्रा में है.
'छत्तीसगढ़ में सभी आदिवासी इलाकों में हारी कांग्रेस'
उन्होंने कहा, "हालांकि, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हम कभी भी रक्षात्मक नहीं रहे लेकिन छत्तीसगढ़ में हम सभी आदिवासी इलाकों में हार गए." पार्टी सूत्र का कहना है कि उसके पास 2024 के आम चुनाव के लिए ज्यादा समय नहीं बचा है.
'मार्च के पहले सप्ताह में चुनाव की तारीखों का ऐलान संभव'
उन्होंने कहा कि मार्च के पहले सप्ताह में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा और उनके पास सिर्फ ढाई महीने बचे हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है.
यह पूछे जाने पर कि क्या जाति आधारित जनगणना का मुद्दा, जिसे पार्टी ने प्रमुखता से उठाया था, लोगों ने खारिज कर दिया. सूत्र ने कहा, "नतीजे इस मुद्दे की अस्वीकृति नहीं हैं." उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस राज्य विधानसभा चुनावों में दो-दो की संभावना की उम्मीद कर रही है.
धीरज साहू से कांग्रेस ने मांगा स्पष्टीकरण
पार्टी के राज्यसभा सदस्य धीरज साहू, जिनके परिसर से आयकर ने 200 करोड़ रुपये से अधिक बरामद किए हैं, के बारे में सूत्र ने कहा, "उनकी डिस्टिलरीज से हमारा कोई संबंध नहीं है, उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है."
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