नई दिल्ली: महाराष्ट्र-हरियाणा विधानसभा चुनाव में कश्मीर का मुद्दा छाया हुआ है. दोनों ही राज्यों में सत्तारूढ़ बीजेपी अनुच्छेद 370 हटाए जाने संबंधी फैसलों का जिक्र कर अपनी पीठ थपथपा रही है. तो वहीं विपक्षी पार्टियों का कहना है कि हरियाणा-महाराष्ट्र के अपने मुद्दे हैं, कश्मीर केवल ध्यान भटकाने के लिए है. इस बीच केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने रविवार को हरियाणा में चुनावी जनसभा में कहा कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने का काम मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल (2014 से 2019) में होने वाला था लेकिन एक घटना हो गई जिसकी वजह से यह संभव नहीं हो सका.
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में गृहमंत्री रहे राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में घटना का जिक्र नहीं किया. इसी साल अप्रैल-मई में हुए चुनाव के बाद संसद के पहले सत्र में मोदी सरकार ने पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का एलान किया था'.
राजनाथ सिंह ने हरियाणा के असंध में कहा, ''जब भी कोई चुनाव का अवसर आता था तो हमलोग कहते थे कि अगर हमें स्पष्ट बहुमत संसद में मिल गया तो अनुच्छेद 370 को समाप्त करेंगे. इस बार भी हमने वादा किया तो लोगों ने कहा कि साहब आपको तो पिछली बार (2014 के चुनाव में) भी बहुमत मिला था तो क्या किया आपने? होने ही वाला था लेकिन कुछ कारण थे. लेकिन जब आपने दोबारा अवसर दिया तो जो हमने कहा था वह करके दिखाया. जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा बन गया.''
बीजेपी नेता ने अपने दावे को पटौदी की रैली में भी दोहराया. राजनाथ सिंह ने कहा, ''हमलोग जनसंघ और बीजेपी बनने के बाद से ही कहते रहे कि जैसे ही पूर्ण बहुमत की सरकार बनी हम जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए खत्म करेंगे. तो लोग कहते थे बीजेपी वाले धोखा देते हैं...''
उन्होंने आगे कहा, ''...मैंने कहा कि हमें जब पूर्ण बहुमत संसद में मिलेगा तो हम करेंगे. मिल गया तो आप कहेंगे कि पिछली बार क्यों नहीं किया तो मैं बता दूं कि तैयारी हो गई थी लेकिन एक घटना हो गई. प्रधानमंत्री ने मन पक्का बना लिया था. आपने देखा कि इसबार 2019 का चुनाव हुआ. संसद के गठित हुआ और पहले सत्र में ही अनुच्छेद 370 और 35ए को चुटकी बजाते हुए खत्म कर दिया गया है. प्राण जाए पर वचन न जाई.''
रक्षा मंत्री ने कहा, ''भारत में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेंगे, यह संकल्प लेकर डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने अपना बलिदान से दिया. हमने जम्मू-कश्मीर में धारा-370 को खत्म कर दिया है. आज हम डंके की चोट पर कह सकते हैं कि भारत अब ऐसा देश है जिसका एक संविधान है, एक प्रधान है और एक निशान है.''