एक्सप्लोरर

दिल्ली चुनाव: AAP का कद्दावर चेहरा हैं गोपाल राय, छात्र राजनीति के दौरान खा चुके हैं गोली

गोपाल राय 2011 में अन्ना आंदोलन के वक्त से ही केजरीवाल के साथ जुड़े हुए हैं. दिल्ली सरकार में मंत्री होने के अलावा गोपाल राय आम आदमी पार्टी की दिल्ली यूनिट के संयोजक भी हैं.

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने अपने करीबी गोपाल राय को एक बार फिर से बाबरपुर विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है. आप की दिल्ली यूनिट के संयोजक और मंत्री गोपाल राय तीसरी बार बाबरपुर से किस्मत आजमाने के लिए तैयार हैं. आप के दिग्गज नेता को चुनौती देने के लिए बीजेपी ने चार बार के पूर्व विधायक नरेश गौर को मैदान में उतारा है. हालांकि 5 साल पहले विधायक बने गोपाल राय ने आंदोलन और राजनीति की दुनिया में एक लंबा सफर तय किया है.

अन्ना आंदोलन का थे हिस्सा

गोपाल राय ने स्टूडेंट पॉलिटिक्स से ही अपने सफर का आगाज किया. 1992 में लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान गोपाल राय लेफ्ट की ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन का हिस्सा बने. गोपाल राय लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान AISA के साथ जुड़े रहे. लखनऊ यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति के दौरान गोपाल राय को लखनऊ यूनिवर्सिटी के एक और छात्र राकेश शर्मा ने इन पर गोली चलाई. दो साल तक गोपाल राय का लखनऊ के मेडिकल कॉलेज में ईलाज चला. इसके बाद वह करीब 10 साल तक लखनऊ में ही रहे और 2009 में दिल्ली आ गए. दिल्ली आकर गोपाल राय एक एनजीओ के साथ जुड़ गए और 2011 में अन्ना आंदोलन के साथ जुड़ने का फैसला किया.

अन्ना आंदोलन के दौरान गोपाल राय इंडिया अगेंस्ट करप्शन की कौर टीम के सदस्थ थे और वह टीवी पर अन्ना टीम का पक्ष रखते हुए नज़र आते थे. 2012 जुलाई-अगस्त में गोपाल राय अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के साथ अनशन पर भी बैठे. जब अरविंद केजरीवाल ने पार्टी बनाने का फैसला किया तो गोपाल राय ने उनका साथ देने का फैसला किया. आम आदमी पार्टी की सबसे अहम पॉलिटिक्ल अफेयर्स कमेटी में गोपाल राय को जगह मिली.

दिल्ली चुनाव: AAP का कद्दावर चेहरा हैं गोपाल राय, छात्र राजनीति के दौरान खा चुके हैं गोली

2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में गोपाल राय को आम आदमी पार्टी ने बाबरपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया. हालांकि अपने पहले ही चुनाव में गोपाल राय को हार का सामना करना पड़ा. गोपाल राय को 22 फीसदी वोट मिले और वह तीसरे नंबर पर रहे. बीजेपी नेता नरेश गौर ने 29 फीसदी वोट के साथ जीत हासिल की.

2015 में केजरीवाल लहर में गोपाल राय को बाबरपुर से बड़ी जीत मिली. गोपाल राय ने 36 हजार वोट के अंतर से नरेश गौर को हराया. गोपाल राय को 59 फीसदी वोट मिले, जबकि चार बार के विधायक नरेश गौर 31 फीसदी वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे.

दिल्ली सरकार में मिले अहम पद

दूसरी बार सीएम बनने पर गोपाल को केजरीवाल ने दिल्ली सरकार में ट्रांसपोर्ट और ग्रामीण विकास जैसे अहम मंत्रालय दिए. हालांकि 2016 में जब उनका गोली निकालने के लिए ऑपरेशन हुआ तो उन्होंने ट्रांसपोर्ट मंत्रालय छोड़ दिया. हालांकि वह दिल्ली सरकार में मंत्री बने रहे और ग्रामीण मंत्रालय उनके पास ही रहा.

2017 में दिल्ली यूनिट के संयोजक बने

एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए दिलीप पांडे ने संयोजक पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद पार्टी के सीनियर नेता होने के चलते गोपाल राय को दिल्ली यूनिट का संयोजक बन दिया गया.

एक बार फिर नरेश गौर से टक्कर

गोपाल राय का मुकाबला करने के लिए बाबरपुर से बीजेपी ने चार बार के पूर्व विधायक नरेश गौर को ही मैदान में उतारा है. नरेश गौर ने बाबरपुर के सभी 6 विधानसभा चुनाव में हिस्सा लिया है. नरेश गौर को 2015 के अलावा 2003 में हार का सामना करना पड़ा था.

दिल्ली चुनाव: मटिया महल से पांच बार विधायक रह चुके हैं शोएब इकबाल, इस बार AAP ने लगाया दांव

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

वसुंधरा राजे बनेंगी BJP की राष्ट्रीय अध्यक्ष? पद-मद-कद को लेकर दिया बड़ा बयान, मोदी-शाह चलेंगे 'मामा' वाला दांव!
वसुंधरा राजे बनेंगी BJP चीफ? पद-मद-कद को लेकर दिया बड़ा बयान, मोदी-शाह चलेंगे 'मामा' वाला दांव!
'BJP चुनाव नहीं जीतती है तो बैकडोर...', MCD स्टैंडिंग कमेटी इलेक्शन को लेकर CM आतिशी का हमला
'BJP चुनाव नहीं जीतती है तो बैकडोर...', MCD स्टैंडिंग कमेटी इलेक्शन को लेकर CM आतिशी का हमला
World Heart Day 2024: हार्ट अटैक से जंग जीत चुके हैं ये सेलेब्स, किसी को 36 किसी को 45 की उम्र में पड़ा था दिल का दौरा
हार्ट अटैक से जंग जीत चुके हैं ये सेलेब्स, सैफ और सुनील ग्रोवर का नाम भी लिस्ट में शामिल
बड़े बजट की पहली फिल्म बंद हुई तो इस एक्टर को लगा था तगड़ा झटका, मुंडवा लिया था सिर
पहली फिल्म बंद हुई तो इस एक्टर को लगा था तगड़ा झटका, मुंडवा लिया था सिर
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Haryana Cracker Factory Blast: सोनीपत में अवैध तरीके से बन रहा था पटाखा..धमाके में 3 की गई जान | ABPPM Modi in J&K: जम्मू में बोले पीएम..सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा | ABP NewsHaryana के सोनीपत में अवैध पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से तीन की मौत, 6 घायल | ABP NewsRobert Vadra Interview: दामाद-दलाल वाले बयान पर PM Modi को रॉबर्ट वाड्रा का करारा जवाब | ABP News |

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
वसुंधरा राजे बनेंगी BJP की राष्ट्रीय अध्यक्ष? पद-मद-कद को लेकर दिया बड़ा बयान, मोदी-शाह चलेंगे 'मामा' वाला दांव!
वसुंधरा राजे बनेंगी BJP चीफ? पद-मद-कद को लेकर दिया बड़ा बयान, मोदी-शाह चलेंगे 'मामा' वाला दांव!
'BJP चुनाव नहीं जीतती है तो बैकडोर...', MCD स्टैंडिंग कमेटी इलेक्शन को लेकर CM आतिशी का हमला
'BJP चुनाव नहीं जीतती है तो बैकडोर...', MCD स्टैंडिंग कमेटी इलेक्शन को लेकर CM आतिशी का हमला
World Heart Day 2024: हार्ट अटैक से जंग जीत चुके हैं ये सेलेब्स, किसी को 36 किसी को 45 की उम्र में पड़ा था दिल का दौरा
हार्ट अटैक से जंग जीत चुके हैं ये सेलेब्स, सैफ और सुनील ग्रोवर का नाम भी लिस्ट में शामिल
बड़े बजट की पहली फिल्म बंद हुई तो इस एक्टर को लगा था तगड़ा झटका, मुंडवा लिया था सिर
पहली फिल्म बंद हुई तो इस एक्टर को लगा था तगड़ा झटका, मुंडवा लिया था सिर
Musheer Khan Accident: टीम के साथ जाना था पर क्यों बदला प्लान? जानें मुशीर के एक्सीडेंट से जुड़ी हर जरूरी बात
टीम के साथ जाना था पर बदला प्लान, जानें मुशीर के एक्सीडेंट से जुड़ी हर बात
Hassan Nasrallah: 'मानना मुश्किल कि वो बच गया', हसन नसरल्लाह की मौत का क्यों था IDF को भरोसा?
'मानना मुश्किल कि वो बच गया', हसन नसरल्लाह की मौत का क्यों था IDF को भरोसा?
UP Police Constable Result 2024: घर बैठे फोन पर ऐसे चेक करें यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल का रिजल्ट, आसान है प्रोसेस
घर बैठे फोन पर ऐसे चेक करें यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल का रिजल्ट, आसान है प्रोसेस
बांग्लादेश में हुआ था दो लाख महिलाओं का रेप, ये थी पाकिस्तानी सेना के वहशीपन की कहानी
बांग्लादेश में हुआ था दो लाख महिलाओं का रेप, ये थी पाकिस्तानी सेना के वहशीपन की कहानी
Embed widget