दिल्ली चुनाव: मटिया महल से पांच बार विधायक रह चुके हैं शोएब इकबाल, इस बार AAP ने लगाया दांव
शोएब इकबाल मटिया महल से 6 बार चुनाव लड़ चुके हैं. पांच बार शोएब इकबाल को जीत मिली है, जबकि एक बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
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दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: आम आदमी पार्टी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में अपने 15 विधायकों के टिकट काटकर दूसरे दलों से शामिल होने वाले नेताओं पर दांव लगाया है. जिनको टिकट नहीं मिला है उनमें मटिया महल से विधायक असीम अहमद खान का नाम भी शामिल है. अहमद खान की जगह आम आदमी पार्टी ने मटिया महल से पांच बार के पूर्व विधायक शोएब इकबाल को टिकट दिया है. शोएब इकबाल मटिया महल का बड़ा चेहरा हैं और चार अलग अलग पार्टियों के टिकट पर इस सीट से जीत दर्ज कर चुके हैं. हालांकि 2015 में कांग्रेस के टिकट पर उन्हें पहली बार हार का सामना करना पड़ा था.
1993 में बने विधायक
1993 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में शोएब इकबाल ने जनता दल के टिकट पर मटिया महल से पहली बार किस्मत आजमाई. अपने पहले ही चुनाव में शोएब इकबाल 62 फीसदी वोट हासिल करने में कामयाब रहे. 1998 का चुनाव भी शोएब इकबाल ने जनता दल के टिकट पर ही लड़ने का फैसला किया. दूसरे चुनाव में शोएब इकबाल को 65 फीसदी वोट मिले. शोएब इकबाल ने कांग्रेस उम्मीदवार को करीब 20 हजार वोट से मात दी.
2003 के चुनाव में शोएब इकबाल ने जनता दल (सेक्युलर) के टिकट पर मटिया महल से किस्मत आजमाई. हालांकि इस चुनाव में शोएब इकबाल की जीत का अंतर थोड़ा कम हुआ और उन्हें 52 फीसदी वोट ही मिले. शोएब इकबाल अपना तीसरा चुनाव करीब 8 हजार वोट के अंतर से जीतने में कामयाब हुए. 2008 में शोएब इकबाल ने एक बार फिर से पार्टी बदल ली. 2008 में शोएब इकबाल ने एलजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने का फैसला किया और 39 फीसदी वोट के साथ लगातार चौथी बार चुनाव जीतने में कामयाब रहे.
2013 में भी शोएब इकबाल ने पार्टी बदलने का सिलसिला जारी रखा. शोएब इकबाल ने अपना पांचवां चुनाव नीतीश कुमार की जेडीयू के टिकट पर लड़ा. 2013 में जब शीला दीक्षित जैसे दिग्गज नेता भी उलटफेर का शिकार हो गए थे, तब भी शोएब इकबाल नजदीकी मुकाबले में 32 फीसदी वोट हासिल करके जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. शोएब इकबाल को 2013 में तीन हजार वोट से जीत मिली थी.
2015 में मिली पहली हार
2015 में एक बार फिर से शोएब इकबाल ने पाला बदल लिया. पिछले चुनाव में शोएब इकबाल ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने का फैसला किया. हालांकि 2015 में केजरीवाल की लहर में वो अपनी सीट नहीं बचा पाए. शोएब इकबाल को करीब 26 हजार वोट के अंतर से आप उम्मीदवार असीम अहमद खान ने मात दी. पिछले चुनाव में असीम खान को करीब 60 फीसदी वोट मिले, जबकि शोएब इकबाल 27 फीसदी वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे.
2020 में आम आदमी पार्टी ने लगाया दांव
2020 में शोएब इकबाल आम आदमी पार्टी का हिस्सा बन चुके है. शोएब इकबाल को आम आदमी पार्टी ने असीम खान का टिकट काटकर उम्मीदवार बनाया है. मटिया महल सीट पर शोएब इकबाल का मुकाबला सात अन्य उम्मीदवारों से है, जिनमें कांग्रेस के मिर्जा जावेद और बीजेपी के रविंद्र गुप्ता मुख्य हैं.
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