नई दिल्ली: दिल्ली की सभी 70 सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होना है. दिल्ली में करीब 150 ऐसे वोटर हैं जिनकी उम्र 100 साल से ज्यादा है. यह जानकारी चुनाव आयोग की तरफ से दी गई है. हालांकि चुनाव आयोग की तरफ से अभी फाइनल डेटा दिया जाना बाकी है. चुनाव आयोग का कहना है कि वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दिल्ली के वोटर्स का फाइनल डेटा रिलीज कर दिया जाएगा.


चुनाव आयोग अभी 100 से ज्यादा साल की उम्र वाले लोगों की फिजिकल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी कर रहा है. चुनाव आयोग का कहना है कि जिन भी वोटर्स की उम्र 100 साल से ज्यादा है उन्हें वो सभी सुविधाएं दी जाएंगी जो कि 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त दी गई थीं.


चुनाव प्रमुख ने कहा, ''जिन भी वोटर्स की उम्र 100 साल से ज्यादा है, हम उनके घर पर जाकर वेरिफिकेशन करेंगे. इन वोटर्स को सबसे नजदीक वोटिंग बूथ पर मतदान का अधिकार दिया जाएगा. इन वोटर्स की हेल्थ सही है तो इनसे वोट देने की अपील भी की जाएगी. अगर ये वोटर्स अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हो जाते हैं तो जो संभव होगा वो मदद मुहैया करवाई जाएगी.''


उन्होंने बताया कि पोलिंग बूथ पर बुजुर्ग वोटर्स का फूलों के गुलदस्ते के साथ स्वागत किया जाएगा और पोलिंग अधिकारी उनके साथ सेल्फी भी लेंगे. बता दें कि दिल्ली के सबसे बुजुर्ग मतदाता तिलक नगर के निवासी थे और 111 साल की उम्र में दिसंबर में उनका निधन हुआ.


110 साल की राम प्यारी इस वक्त दिल्ली की सबसे बुजुर्ग मतदाता है. हालांकि उन्हें उम्र से संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली चुनाव के लिए मतदान से पहले चुनाव आयोग बुजुर्ग वोटर्स के लिए सारी सुविधाएं जुटाने की प्रक्रिया पूरा करना चाहता है.


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2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त दिल्ली में 96 ऐसे वोटर्स थे जिनकी उम्र 100 साल से ज्यादा थी. इन 96 वोटर्स में से 42 पुरुष मतदाता थे, जबकि 54 महिला वोटर्स. चुनाव आयोग का कहना है कि इन सभी मतदाताओं को वीवीआईपी जैसा महसूस करवाने की कोशिश की जाएगी.