नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर एक दिलचस्प जानकारी सामने आई है. 8 फरवरी को होने जा रहे मतदान में हिस्सा लेने वाले 132 वोटर्स सौ से भी अधिक उम्र के हैं. गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि इन सभी वोटर्स को मतदान के दिन वीआईपी माना जाएगा. दरअसल पहले दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने 150 सौ वर्ष की उम्र वाले मतदाताओं की पहचान की थी, लेकिन मौके पर की गई जांच के बाद इसे संशोधित किया गया.


निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शुरुआत में सौ साल या उससे अधिक वर्ष के मतदाताओं की संख्या 150 पाई गई. लेकिन जब अधिकारियों ने फिजिकल वेरिफिकेशन किया तो इनमें से कई लोगों की मृत्यु हो चुकी थी. साथ ही कुछ लोग दिल्ली से बाहर शिफ्ट हो चुके हैं.


पश्चिमी दिल्ली में सर्वाधिक


फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद कुल 132 लोगों की पहचान की गई है, जिसमें से 68 पुरुष और 64 महिलाएं हैं. पश्चिमी दिल्ली में सर्वाधिक 21 ऐसे मातदाताओं की पहचान हुई है. वहीं नई दिल्ली में सबसे कम  7 लोग ही मिले हैं.


इन सौ साल वाले मतदाताओं में दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश की रहने वाली कालीतारा मंडल सबसे अधिक उम्र 110 साल की हैं. वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में मतदान करने वाले तिलक नगर के 111 वर्ष के बच्चन सिंह का दिसंबर में निधन हो चुका है.


भारत स्कॉउट एंड गाइड्स ने वेरिफिकेशन में दिया सहयोग


दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणवीर सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत स्कॉउट एंड गाइड्स के सहयोग से इन मतदाताओं की पहचान की गई है. फिजिकल वेरिफिकेशन दौरान अधिकारियों ने दिल्ली में रहने वाले इन वोटर्स को चेक किया.


एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि करीब 18 सौ वर्षीय मतदाता अपने घरों में नहीं मिले जिसमें से कई लोगों की मौत हो चुकी थी. जबकि कुल दिल्ली से बाहर जा चुके हैं.


ये भी पढ़ें: 


दिल्ली चुनाव: नई दिल्ली सीट से उतरे हैं सबसे ज्यादा उम्मीदवार, केजरीवाल को दे रहे हैं चुनौती


तमिलनाडु के मंत्री ने आदिवासी लड़के से उतरवाए अपने स्लीपर, एफआईआर दर्ज