Delhi Elections: नीतीश-चिराग का मिला साथ, लेकिन अजित पवार ने कर दी बगावत; दिल्ली में BJP की टेंशन बढ़ाने उतरी NCP
Delhi Assembly Elections: दिल्ली चुनाव में इस बार AAP के लिए भी मुश्किलें कम नहीं है. मुस्लिमों का मुद्दा उठाने वाले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM भी मैदान में बड़ी चुनौती बनती नजर आ रही है.
Delhi Assembly Election 2025: नए साल के साथ ही दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा. चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे तमाम पार्टियों के नेता अन्य दलों पर खासकर के आम आदमी पार्टी पर हमलावर होते दिख रहे हैं. इन सबके बीच बड़ी खबर ये है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी अजित पवार) ने भी चुनावी मैदान में 11 उम्मीदवार उतारे हैं और इससे बीजेपी की टेंशन बढ़ सकती है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रमुख आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस के आलावा कई अन्य दल मैदान में उतर रहे हैं. दिल्ली चुनाव में भाजपा के साथ वैसे तो जेडी (यू), लोजपा (आर) और जीतन राम मांझी का हम गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही है. जेडी (यू) दो सीटों पर तो लोजपा एक सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकती है. वहीं अब एनसीपी के आने से भाजपा की थोड़ी टेंशन को बढ़ेगी ही.
AIMIM के आने से किसकी बढ़ेगी टेंशन
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार आम आदमी पार्टी के लिए भी मुश्किलें कम नहीं है. मुस्लिमों का मुद्दा उठाने वाले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी मैदान में बड़ी चुनौती बनती नजर आ रही है.
कितने उम्मीदवार मैदान में उतार रहे ओवैसी?
एआईएमआईएम की बात करें तो चुनावी मैदान में पार्टी के 15 उम्मीदवार उतारने की संभावना है. असदुद्दीन ओवैसी के मैदान में उतरने से रोचक मुकाबले का मंच तैयार हो गया है. AIMIM ने कुरान शरीफ की बेअदबी का मुद्दा उठाकर AAP को घेर लिया है, जिसके कारण पार्टी को महरौली में अपना प्रत्याशी बदलना पड़ गया. ओवैसी की पार्टी की स्थिति से न केवल AAP बल्कि कांग्रेस के लिए भी परेशानियां खड़ी हो सकती है. हालांकि, AIMIM के मैदान में उतरने से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के मुस्लिम वोट छटकने की संभावना है.
किसके साथ मैदान में उतरेंगे अखिलेश यादव?
वहीं उत्तर प्रदेश में इंडिया अलायंस के सहयोगी दल समाजवादी पार्टी की बात करें तो उसे लेकर भी बड़ा सियासी प्रश्न खड़ा हो गया है. दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने आम आदमी पार्टी के साथ मंच शेयर किया है. तो वहीं AAP का कहना है कि इंडिया अलासंय से कांग्रेस को बाहर किया जाए. इसको लेकर ये कंफ्यूजन क्रियेट हुआ था कि अखिलेश यादव कांग्रेस के साथ गठबंधन करते हैं या फिर AAP के साथ. हालांकि, सपा प्रवक्ता अमीक जमेई ने दिल्ली में होने वाले चुनावों को लेकर अपना स्टैंड क्लियर करते हुए AAP को समर्थन देने की बात कह दी है.
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