दिल्ली चुनाव: नई दिल्ली सीट से उतरे हैं सबसे ज्यादा उम्मीदवार, केजरीवाल को दे रहे हैं चुनौती
केजरीवाल ने 2013 के विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से शीला दीक्षित को मात देकर अपनी राजनीति का आगाज किया था. 2015 के चुनाव में भी केजरीवाल बड़े अंतर से नई दिल्ली सीट से विधायक चुने गए.
दिल्ली चुनाव: दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान शनिवार को होगा. इन सीटों पर करीब 668 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनके भविष्य का फैसला शनिवार को वोटिंग मशीन में कैद हो जाएगी. दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्य रूप से चुनाव लड़ने वालों में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, भारतीय जनता पार्टी के विजेंद्र गुप्ता और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली शामिल हैं.
चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में सबसे ज्यादा 28 उम्मीदवार नई दिल्ली विधानसभा सीट से हैं, जबकि सबसे कम 4 उम्मीदवार पटेल नगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. नई दिल्ली सीट से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव मैदान में हैं. नॉमिनेशन के दिन ज्यादा उम्मीदवारों के पर्चा दाखिल करने की वजह अरविंद केजरीवाल को अपना नामांकन फाइल करने के लिए 7 घंटे तक इंतजार भी करना पड़ा था.
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पटपड़गंज सीट से तीसरी बार किस्मत आजमा रहे हैं. 2013 और 2015 के विधानसभा चुनाव में मनीष सिसोदिया को जीत मिली थी. वहीं केजरीवाल की लहर में भी रोहिणी से जीत दर्ज करने वाले विजेंद्र गुप्ता एक बार फिर अपनी सीट बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं.
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कांग्रेस की बात करें तो अरविंद लवली उनका सबसे बड़ा चेहरा हैं. लवली ने 2015 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था. लेकिन गांधीनगर से लगातार चार बार चुनाव जीतने वाले लवली इस बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. पिछले पांच साल में लवली पहले कांग्रेस से बीजेपी में गए और फिर बीजेपी से कांग्रेस में वापसी की.
साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 में से 67 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 3 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी.