दिल्ली का मूड: केजरीवाल सरकार के तीन साल पूरे, आज चुनाव हुए तो कौन जीतेगा?
Delhi Opinion Poll: दिल्ली में अभी चुनाव हों तो सत्ता की चाभी किसके हाथ लगेगी? इसी सवाल का जवाब जानने के लिए एबीपी न्यूज़ ने ओपिनियन पोल किया है.
नई दिल्ली: दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार को आज तीन साल पूरे हो गए. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो 70 साल में नहीं हुआ वो तीन साल में कर दिखाया. इस सबके बीच बड़ा सवाल है कि आखिर दिल्ली की जनता का मूड क्या है?
क्या दिल्ली की जनता मुख्यमंत्री केजरीवाल की सरकार के कामकाज से खुश है. दिल्ली में अभी चुनाव हों तो सत्ता की चाभी किसके हाथ लगेगी? इन्हीं सवालों के जवाब जानने के लिए एबीपी न्यूज़ ने ओपिनियन पोल किया है.
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य़हां पढ़ें पूरा ओपिनियन पोल
पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर कौन मारेगा बाजी? एबीपी न्यूज़ के सर्वे के मुताबिक पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट एक बार बीजेपी के खाते में जाने को तैयार है. लेकिन दक्षिणी दिल्ली की तरह यहां भी आम आदमी पार्टी टक्कर दे सकती है. बीजेपी को 35%, कांग्रेस को 23% और आप को 32% वोट शेयर मिलने का अनुमान है. वर्तमान में यहां से बीजेपी के प्रवेश सिंह वर्मा सांसद हैं. 2014 में उनकी लड़ाई आप के जरनैल सिंह और कांग्रेस के महाबल मिश्रा से थी.
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दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट पर कौन मारेगा बाजी? दक्षिणी दिल्ली को पॉश इलाका माना जाता है. इस लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा बरकरार रहने की उम्मीद है. लेकिन यहां बीजेपी को आम आदमी पार्टी से कड़ी टक्कर मिल सकती है. ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 39%, कांग्रेस को 16% और आप को 35% वोट शेयर मिलने का अनुमान है. दक्षिणी दिल्ली सीट से अभी बीजेपी के रमेश बिधूड़ी सांसद हैं. 2014 में उन्हें आम आदमी पार्टी से कर्नल देवेंद्र सेहरावत और कांग्रेस से रमेश कुमार ने टक्कर दी थी.
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उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट पर कौन मारेगा बाजी? उत्तर पश्चिम दिल्ली की जनता की पसंद भी बीजेपी ही है. ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को 45%, कांग्रेस को 24% और आप को 18% वोट शेयर मिलने का अनुमान है. उत्तर पश्चिमी लोकसभा सीट से अभी बीजेपी के उदित राज सांसद हैं. 2014 में उनका मुकाबला आप की राखी बिड़लान और कांग्रेस की कृष्ण तीरथ से था.
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर कौन मारेगा बाजी? एबीपी न्यूज़ के ओपिनियन पोल में उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट बीजेपी के खाते में ही रहेगी. बीजेपी 46%, कांग्रेस को 25% और आप को 20% वोट शेयर मिलने का अनुमान है. अभी उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा से दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी सांसद हैं. 2014 में उनकी भिड़ंत आप के प्रोफेसर आनंद कुमार और कांग्रेस के जेपी अग्रवाल से था.
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नई दिल्ली लोकसभा सीट पर कौन मारेगा बाजी? एबीपी न्यूज़ ओपिनियन पोल के मुताबिक नई दिल्ली सीट पर भी बीजेपी का कब्जा बरकरार रहेगा. वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी को 41%, कांग्रेस को 23%, आप को 20% वोट शेयर मिलने का अनुमान है. नई दिल्ली लोकसभा सीट से अभी बीजेपी की तेजतर्रार नेता मीनाक्षी लेखी सांसद हैं. 2014 में मीनाक्षी लेखी का मुकाबला आप के आशीष खेतान और कांग्रेस के अजय माकन से था.
पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर कौन मारेगा बाजी? एबीपी न्यूज़ ओपिनियन पोल में पूर्वी दिल्ली की जनता ने भी बीजेपी को पहली पसंद बताया है. बीजेपी के हिस्से 42%, कांग्रेस के हिस्से 27% और आप को 22% वोट शेयर मिलता दिख रहा है. पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से अभी बीजेपी के महेश गिरी सांसद हैं. 2014 में महेश गिरी का मुकाबला आम आदमी पार्टी से राजमोहन गांधी और कांग्रेस के संदीप दीक्षित के साथ था.
चांदनी चौक लोकसभा सीट पर कौन मारेगा बाजी? एबीपी न्यूज़ ओपिनियन पोल के मुताबिक चांदनी चौक सीट पर बीजेपी का कब्जा बना रहेगा. वोट शेयर में बीजेपी और कांग्रेस में कड़ा मुकाबला है. बीजेपी को 34%, कांग्रेस को 32% आम आदमी पार्टी को 27% वोट शेयर मिलने की उम्मीद है. चांदनी चौक से अभी केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सांसद हैं. 2014 में इस सीट पर आम आदमी पार्टी की ओर से आशुतोष और कांग्रेस की ओर से कपिल सिब्बल ने किस्मत आजमाई थी.
विधानसभा चुनाव: किसे मिलेंगी कितनी सीटें? ABP न्यूज़ के ओपिनियन पोल के मुताबिक आप को 41, बीजेपी को 25 और कांग्रेस को 4 सीटें मिल सकती हैं. इस तरह जहां आप को 26 सीटों का बड़ा नुकसान होगा, वहीं बीजेपी को 22 सीटों का बड़ा फायदा होगा. कांग्रस को महज़ 4 सीटों का ही सही, लेकिन पूरा-पूरा फायदा होगा.
विधानसभा चुनाव: किसे मिलेंगे कितने फीसदी वोट? वोट के मामले में आप को 39.6 फीसदी, बीजेपी को 32.9 फीसदी और कांग्रेस 19.7 फीसदी मिल सकता है. आपको बता दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में आप को 54.3 फीसदी, बीजेपी को 32.3 फीसदी और 9.7 फीसदी वोट मिले थे. आप के अलावा बीजेपी और कांग्रेस के दोनों के वोटों में इजाफा होगा.
यमुना पार की 20 सीटों पर क्या है जनता का मूड? यमुना पार दिल्ली का बेहद महत्वपूर्ण इलाका है, यहां विधानसभा की 20 सीटें हैं. इस इलाके में भी आम आदमी पार्टी को ही बढ़त मिल रही है. आप को 10, बीजेपी को 8 और कांग्रेस को सिर्फ एक सीट ही मिल रही है.
बाहरी दिल्ली की जनता का क्या है मूड? बाहरी दिल्ली की बात करें तो यहां विधानसभा की 30 सीटें हैं. बाहरी दिल्ली की जनता मूड भी सेंट्रल दिल्ली की जनता की तरह नजर आ रहा है. बाहरी दिल्ली की बीस विधानसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी को 20, बीजेपी के हिस्से 9 सीटें आती नजर आ रही हैं. कांग्रेस के हाथ यहां भी मायूसी ही लगती नजर आ रही है. कांग्रेस को सिर्फ एक सीट ही मिलती दिख रही है.
सेंट्रल दिल्ली की जनता का क्या है मूड? दिल्ली का दिल यानी सेंट्रल दिल्ली की बात करें तो यहां कुल बीस विधानसभा सीटें हैं. ओपिनियन पोल के मुताबिक यहां आम आदमी पार्टी का परचम लहरा रहा है. सेंट्रल दिल्ली बीस सीटों में आम आदमी पार्टी के खाते में 11 सीटें, बीजेपी के खाते में 8 तो कांग्रेस के खाते में महज एक सीट आने का अनुमान है.
प्रधानमंत्री की पहली पसंद कौन? एबीपी न्यूज़ ने दिल्ली की जनता से प्रधानमंत्री की पसंद पूछी. इस सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत आगे निकल गए. पीएम मोदी पर दिल्ली की 54% जनता को भरोसा है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 19% जनता की ही पसंद बने हैं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मात्र 9 फीसदी लोगों की ही पसंद हैं.
दिल्ली में सीएम की पसंद कौन? दिल्ली में अभी चुनाव हों तो दिल्ली वालों के लिए सीएम की पहली पसंद अरविंद केजरीवाल ही है. दिल्ली की 49% जनता अरविंद केजरीवाल पर भरोसा जता रही है. वहीं केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन 14% लोगों की पसंद हैं. वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन पर सिर्फ 9% लोगों की पंसद बने हैं. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को दिल्ली की 6% जनता की मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहती है.
केंद्र की मोदी सरकार को बदलना चाहते हैं ? दिल्ली की जनता केंद्र की सरकार के कामकाज से तो नाखुश है लेकिन मोदी सराकर को बदलना नहीं चाहती है. 51% लोगों को कहना है कि वो केंद्र सरकार को नहीं बदलना चाहते हैं. 48 फीसदी लोग केंद्र सरकार को बदलने के लिए तैयार हैं.
केंद्र की मोदी सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं ? सांसदों के कामकाज की तरह ही दिल्ली की 50% जनता केंद्र की मोदी सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं. 49% जनता मोदी सरकार के काम काज को बेहतर बता रही है.
आप अपने सांसद के कामकाज से खुश हैं ? विधायकों की तरह ही दिल्ली की जनता सांसदों के काम काज से खुश नहीं है. 52% जनता अपने सांसदों के कामकाज से खुश नहीं है. सिर्फ 43% जनता ही सांसदों के काम काज से खुश है.
क्या आप अपने विधायक को बदलना चाहते हैं ? दिल्ली की 53% जनता का कहना है कि वो अपने विधायक को बदलना चाहते हैं. सिर्फ 45 जनता अपने विधायकों के काम काज से खुश है और उन्हें बदलना नहीं चाहती है.
क्या आप अपने मेयर को बदलना चाहते हैं ? दिल्ली की 61% जनता अपना मेयर बदलना चाहती है सिर्फ 34% लोगों अपने मेयर से खुश हैं.
क्या आप अपने वार्ड पार्षद के काम से संतुष्ट हैं ? दिल्ली की 46% जनता ने कहा है कि वो अपने पार्षद के काम से संतुष्ट हैं. जबकि 50% जनता वार्ड पार्षद के काम से खुश नहीं है.
कैसे हुआ सर्वे? एबीपी न्यूज़ और सी वोटर ने यह सर्वे 3 से 12 फरवरी के बीच किया गया है. इस सर्वे में कुल 4170 लोगों की राय ली गई.