Delhi MCD Counsellor: दिल्ली नगर निगम के नतीजे 7 दिसंबर को आए. आम आदमी पार्टी ने बीजेपी से उसकी 15 साल पुरानी बादशाहत छीन ली. वहीं, बीजेपी विपक्ष में बैठने लायक नंबर लाने में कामयाब रही, लेकिन कांग्रेस की स्थिती दिल्ली एमसीडी में अबतक सबसे कमजोर रही. मगर इस बार की एमसीडी में कुछ हैरान करने वाले आंकड़े भी सामने आए हैं. इस साल का नगर निगम पिछली एमसीडी की तुलना में काफी अमीर है.
एडीआर की रिपोर्ट में बताया गया है कि 2022 में चुनाव जीतने वाले पार्षदों की संपत्ति का औसत संपत्ति 4.3 करोड़ रुपये है, जबकि 2017 में में यह आंकड़ा 2.9 करोड़ रुपये था. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 5-10 करोड़ रुपये के स्लैब में 26 फीसदी नए पार्षदों शामिल हैं. 2-5 करोड़ रुपये के स्लैब में 24 फीसदी और 50 लाख से 2 करोड़ रुपये के स्लैब में 26 फीसदी हैं.
64 पार्षदों की संपत्ति 5 करोड़
दरअसल, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के अनुसार, इस बार के चुनाव में 64 पार्षद ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 5 करोड़ रुपये से अधिक है. वहीं, 2017 की एमसीडी में 39 पार्षद जीतकर मगर निगम पहुंचे थे. एडीआर और दिल्ली इलेक्शन वॉच ने एमसीडी के लिए निर्वाचित सभी 250 में से 248 नए पार्षदों द्वारा घोषित किए गए हलफनामों को देखा. इसमें दो पार्षदों के हलफनामों की पूरी जानकारी नहीं होने के कारण उनकी संपत्ति का ब्यौरा नहीं मिल पाया.
248 जीते हुए पार्षदों में से 167 यानी 67 फीसदी के पास 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है. जबकि 2017 में, किए गए विश्लेषण में पाया गया था कि 266 जीते हुए पार्षदों में से केवल 135 यानी 51 फीसदी पार्षद करोड़पति थे.
बीजेपी के 79 फीसदी पार्षदों की संपत्ति 1 करोड़ से ज्यादा
दिल्ली एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी के 134, बीजेपी के 104, कांग्रेस के 9 और 3 निर्दलीय पार्षद चुनकर आए हैं. बीजेपी के 104 जीते हुए पार्षदों में से 82 यानी 79 फीसदी ने अपने हलफनामे में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है. जबकि 'आप' के 134 जीते हुए पार्षदों में से 77 यानी 58 फीसदी, कांग्रेस के 9 में 6 यानी 67 फीसदी और तीन में से 2 निर्दलीय पार्षदों ने हलफनामे में 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति दिखाई है.
एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी के 104 जीते हुए प्रति पार्षदों की औसत संपत्ति 5.3 करोड़ रुपये है, जबकि 'आप' के 134 जीते हुए पार्षदों की औसत संपत्ति 3.6 करोड़ रुपये है. वहीं, कांग्रेस के 9 कांग्रेस पार्षदों में यह आंकड़ा प्रति उम्मीदवार 4.1 करोड़ रुपये और तीन निर्दलीय पार्षदों के लिए यह आंकड़ा 5.5 करोड़ रुपये है.
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