Delhi MCD Result 2022: MCD चुनाव का क्या है इतिहास, कितना बदल गया परिसीमन के बाद रूप, यहां जानिए A 2 Z ब्यौरा
दिल्ली नगर निगम चुनाव के 250 वार्ड के परिणाम बस कुछ ही समय बाद आना शुरू हो जाएंगे. इससे पहले यह जानना जरूरी है कि अब तक एमसीडी का इतिहास क्या रहा है और निगम के एकीकरण के बाद क्या बदलाव हुए हैं.
Delhi MCD Result 2022: दिल्ली नगर निगम चुनाव के 250 वार्ड पर 4 दिसंबर को मतदान हो चुका है. आज सभी वार्ड के नतीजे घोषित किए जाएंगे. सुबह 8 बजे से चुनाव परिणाम के रुझान शुरू हो जाएंगे. नतीजे तय होने के बाद तय हो जाएगा कि एमसीडी में 15 सालों से कायम बीजेपी रहती है या दिल्ली सरकार की आम आदमी पार्टी ही नगर निकाय में राज करेगी.
इससे पहले यह जानना जरूरी है कि एमसीडी का इतिहास क्या रहा है, कितने वार्ड हैं, कितने वोटर हैं, पिछले चुनाव के नतीजे आदि. यहां लीजिए सारी जानकारी.
दिल्ली नगर निगम- बड़ी बातें
- विश्व के सबसे बड़े नगर निगमों में से एक है.
आबादी
- दिल्ली नगर निगम करीब 2 करोड़ लोगों के लिए काम करता है, जो श्रीलंका देश की आबादी के करीब बराबर है.
एरिया
- दिल्ली नगर निगम का एरिया 1,397 वर्ग किलोमीटर है.
यह भारत के 4 केंद्र शासित प्रदेश के एरिया के जोड़ से भी ज्यादा है.
बजट
- दिल्ली नगर निगम का 2022-23 का बजट 15,276 करोड़ रुपये है.
निगम का बजट देश के 3 राज्यों/UT के बजट से ज्यादा है.
दिल्ली नगर निगम- पहले और अब
- 2011 से पहले दिल्ली नगर निगम एक था.
- 2011 में दिल्ली नगर निगम 3 भांगो में बंट गया जो 2012 में लागू हुआ.
- 22 मई 2022 को तीन नगर निगम मिलाकर एक हुए.
- दिल्ली में पहले 272 वार्ड थे.
नए नगर निगम में वार्ड
- अभी नगर निगम में कुल 250 वार्ड हैं, जिसमें 42 सीटें एससी समाज के लिए आरक्षित हैं
- कुल 12 जोन हैं और मुख्यालय एस पी मुखर्जी सिविक सेंटर, नई दिल्ली में है.
दिल्ली नगर निगम का इतिहास
- 'बंबई नगर निगम' की तर्ज पर दिल्ली नगर निगम की स्थापना की गई.
- दिल्ली नगर निगम अधिनियम विधेयक को 28 दिसंबर 1957 को राष्ट्रपति ने मंजूरी दी.
- इसके बाद 7 अप्रैल 1958 से नगर निगम अस्तित्व में आया.
- दिल्ली को करीब 1860 में शुरू नगरीय प्रशासन प्रणाली से मुक्ति मिली.
- इसके बाद फिर दिल्ली को पहला मेयर मिला.
- दिल्ली की पहली मेयर अरूणा आसिफ अली थी.
- हालांकि चुने गए पहले मेयर त्रिलोक चंद शर्मा थे.
- दिल्ली नगर निगम की पहली बैठक को तत्कालीन पीएम जवाहर लाल नेहरू ने संबोधित किया था.
- निगम का मुख्यालय चांदनी चौक इलाके में स्थित ऐतहासिक टाउन हॉल को बनाया गया.
- कार्यालय से एमसीडी ने 2000 के दशक तक काम किया.
- 1958 में दिल्ली नगर निगम में 80 पार्षद होते थे.
- 2017 में कुल 272 पार्षद चुने गए.
- नए परिसीमन के बाद अब 250 पार्षद चुने जाएंगे.
दिल्ली में एमसीडी चुनाव
- दिल्ली में 4 दिसंबर को वोटिंग हुई थी. जबकि 7 दिसंबर को परिणाम आने हैं.
- इस बार तीनों नगर निगम को मिलाकर एक कर दिया गया है.
- तीनों निगम एक करने से निगम को 150 करोड़ की बचत होगी.
- बीजेपी का एमसीडी पर 2007 से कब्जा है.
- एमसीडी का कार्यकाल मई में ही खत्म हो चुका है.
एमसीडी के स्कूल
- कुल प्राइमरी स्कूल 1,646 हैं.
- इन स्कूलों में 8 लाख 71 हजार छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं.
एमसीडी चुनाव में BJP
- एमसीडी में बीजेपी लगातार 15 साल से काबिज है.
- 2007 से लगातार बीजेपी एमसीडी चुनाव जीत रही है. हालांकि इस दौरान बीजेपी कभी दिल्ली में सरकार नहीं बना पाई.
एमसीडी चुनाव में AAP
- दिल्ली में आप आदमी पार्टी 2015 से सत्ता में है.
- 2017 में नगर निगम चुनाव में आप ने एंट्री मारी थी.
- आप को 272 में से 49 सीटों पर जीत मिली थी.
एमसीडी चुनाव में कांग्रेस
- कांग्रेस 1998 से 2013 तक दिल्ली में सत्ता में थी, लेकिन 2007 और 2012 में एमसीडी का चुनाव हार गई थी.
- 2017 में कांग्रेस को सिर्फ 31 सीटों पर जीत मिली थी.
- 2017- दिल्ली नगर निगम के नतीजे
उत्तरी दिल्ली
- कुल सीट – 104
- बहुमत – 53
- बीजेपी – 64
- आप – 21
- कांग्रेस – 16
- अन्य – 3
दक्षिणी दिल्ली
- कुल सीट – 104
- बहुमत – 53
- बीजेपी – 70
- आप – 16
- कांग्रेस – 12
- अन्य – 6
पूर्वी दिल्ली
- कुल सीट – 64
- बहुमत – 33
- बीजेपी - 47
- आप – 12
- कांग्रेस – 3
- अन्य – 2
2012- दिल्ली नगर निगम के नतीजे
उत्तरी दिल्ली
- कुल सीट – 104
- बहुमत – 53
- बीजेपी – 59
- कांग्रेस – 29
- अन्य – 16
दक्षिण दिल्ली
- कुल सीट – 104
- बहुमत – 53
- बीजेपी – 44
- कांग्रेस – 29
- अन्य – 31
पूर्वी दिल्ली
- कुल सीट – 64
- बहुमत – 33
- बीजेपी - 35
- कांग्रेस – 19
- अन्य – 10