Desh Ka Mood: लोकसभा चुनाव 2024 के धुआंधार प्रचार के बीच पूरे देश में राजनीतिक रंग चढ़ा हुआ है. कौन सी पार्टी कहां जीतेगी, किसे कितनी सीटें मिलेगी, कौन किस पर भारी पड़ेगा और किस नेता को लोग कितना पसंद कर रहे हैं, यह देश में खूब चर्चा में है. 


इस बीच एबीपी न्यूज़ ने 'सी वोटर सर्वे' के साथ मिलकर देशवासियों के मिजाज को जानने की कोशिश की है. इस कड़ी में देश के सभी 543 लोकसभा क्षेत्रों के लोगों से बातचीत की गई है. दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु और केरल में कौन सी पार्टी बाजी मारेगी, इसे लेकर यहां के लोगों से बड़े पैमाने पर बातचीत में चौंकाने वाले रिजल्ट सामने आए हैं. चलिए हम आपको बताते हैं कि तमिलनाडु और केरल में लोगों का क्या मूड है.


तमिलनाडु में एनडीए पर भारी पड़ेगा इंडिया


तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटे हैं. यहां एबीपी न्यूज़ सी वोटर सर्वे के दौरान 19 फीसदी लोगों ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के पक्ष में राय दी है. जबकि विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन को सबसे अधिक 52 फीसदी वोट शेयर मिलता दिख रहा है. वही एआईएडीएमके (AIADMK) को 23 पर्सेंट वोट शेयर मिल सकता है, जबकि दूसरे उम्मीदवारों को छह फीसदी वोट हासिल होने की संभावना है.


तमिलनाडु में एनडीए को मिलेगी कितनी सीटें?


अगर बात करें तमिलनाडु में सीटों की तो एनडीए को राज्य में एक भी सीट मिलने के आसार नहीं है. जबकि इंडिया गठबंधन सभी 39 सीटों पर जीत दर्ज कर सकता है. एआईएडीएमके को भी कोई सीट नहीं मिलेगी. 


केरल में क्या है ओपिनियन पोल ?


वही बात करें केरल की तो यहां भी एनडीए पर, इंडिया गठबंधन भारी पड़ता नजर आ रहा है. जहां तक वोट परसेंटेज का सवाल है तो एनडीए को 21 फीसदी वोट शेयर मिलने के आसार हैं. जबकि इंडिया गठबंधन को सबसे अधिक 43 फीसदी वोट हासिल हो सकता है. राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी एलडीएफ को 31 पर्सेंट वोट शेयर मिल सकता है. निर्दलीय सहित अन्य उम्मीदवारों को 5 फीसदी वोट शेयर मिलने की उम्मीद है.


केरल में किस पार्टी को मिलेगी कितनी सीटें?


अगर बात करें राज्य में सीटों की संख्या की तो सूबे में 20 लोकसभा सीटों में से सभी पर इंडिया गठबंधन को जीत मिलती दिख रही है. एनडीए को राज्य में एक भी सीट मिलने के आसार नहीं हैं.


नोट: देश में लोकसभा का चुनाव प्रचार चरम पर है. पहले फेज के लिए चुनाव का प्रचार 17 अप्रैल को खत्म हो रहा है. उससे पहले abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने किया है देश का फाइनल ओपिनियन पोल. 11 मार्च से 12 अप्रैल तक किए गए इस सर्वे में 57 हजार 566 लोगों की राय ली गई है. सर्वे सभी 543 सीटों पर किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.


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