देश का मूड: चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. सर्वे की मानें तो बीजेपी पश्चिम बंगाल में इस बार धमाकेदार प्रदर्शन कर सकती है. हालांकि टीएमसी भी अपना पिछला प्रदर्शन दोहराने में कामयाब हो सकती है.


पश्चिम बंगाल में किसको कितनी सीटें?
आम चुनाव के लिहाज से 42 लोकसभा सीटों वाला पश्चिम बंगाल राजनीतिक दलों के लिए बेहद अहम है. सर्वे की मानें तो पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) का जलवा बरकरार रहेगा. अगर अभी लोकसभा चुनाव होते हैं तो टीएमसी को 34 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं एनडीए को 8 तो यूपीए और लेफ्ट को सिर्फ एक सीट मिलने का अनुमान है. सर्वे के आंकड़ें साफ बता रहे हैं कि बंगाल में 'दीदी' (ममता बनर्जी) का किला भेदना किसी भी पार्टी के लिए मुश्किल दिखाई दे रहा है.


वोट शेयर
वोट शेयर के मामले टीएमसी पहले नंबर पर रह सकती है, क्योंकि उसके खाते में 41 फीसदी वोट आ सकते हैं. बीजेपी 35 फीसदी वोट शेयर के साथ दूसरे नंबर पर और यूपीए 8 फीसदी वोट शेयर के साथ तीसरे नंबर पर रह सकती है.


2014 में ये थे आंकड़े
अगर सर्वे के इस आंकड़े की तुलना 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों से करें तो ममता बनर्जी की पार्टी को न तो फायदा हो रहा है और न ही कोई नुकसान हो रहा है. 2014 के आम चुनाव में भी टीएमसी 34 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी. वहीं कांग्रेस ने चार तो बीजेपी ने दो और सीपीएम ने भी दो सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी पश्चिम बंगाल में काफी मेहनत कर रही है. सर्वे में उसे इसका फायदा होता भी दिख रहा है. जबकि कांग्रेस और सीपीएम को भारी नुकसान हो रहा है.


एबीपी न्यूज़- सी वोटर ने देश की सभी 543 लोकसभा सीटों पर यह सर्वे किया है. ये सर्वे फरवरी 2019 के पहले हफ्ते से लेकर मार्च 2019 के पहले हफ्ते के दौरान किया गया है. इस सर्वे में 50 हजार से ज्यादा लोगों की राय ली गई.