दिल्ली चुनाव: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को मतदान होने जा रहा है. दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग के अधिकारियों ने 6 जनवरी को दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से 5 फरवरी तक करीब 53 करोड़ की नकदी, शराब, जेवरात और ड्रग जब्त करवा लिये.
मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के मुताबिक, "6 जनवरी 2020 को राजधानी में आदर्श आचार संहिता लागू हुई थी. उसी दिन से राज्य चुनाव मशीनरी ने शहर में शांतिपूर्ण मतदान कराने की जिम्मेदारी खुद के कंधों पर ले ली थी."
चुनाव के दौरान धन-बल, शराब, अवैध हथियारों, मादक पदार्थ इत्यादि का इस्तेमाल कतई न हो सके, राज्य चुनाव मशीनरी ने जब इस वास्ते कमर कसी तो, आयकर, दिल्ली पुलिस, ड्रग महकमों को उसका आदेश मानना मजबूरी हो गया. वरना जो काम 29 दिन में राज्य चुनाव मशीनरी ने किया उसे संबंधित विभाग और एजेंसियां पहले ही खुद भी कर सकते थे.
जानकारी के मुताबिक, "इन 29 दिनों में विभिन्न एजेंसियों द्वारा जो जब्ती की गयी है वो 52 करोड़ 87 लाख 69 हजार 815 रुपये की आंकी गयी है. इस जब्ती में शराब, मादक पदार्थ, नकदी, जेवरात व अन्य कीमती धातुएं सम्मिलित हैं."
दिल्ली राज्य चुनाव मुख्यालय के मुताबिक, साल2015 में राज्य में हुए विधान सभा चुनाव में केवल 2 करोड़ 42 लाख 79 हजार 766 रुपये की कीमत की जब्ती थी, इसमें भी 42 लाख 38 हजार 500 रुपये नकद पकड़े गये थे. बाकी की कीमत में शराब,मादक पदार्थ, कीमती धातु इत्यादि शामिल थे. इस बार जब्ती का आंकड़ा पिछले चुनाव की तुलना में कहीं ज्यादा ऊपर जा पहुंचा है. यह भी राज्य चुनाव मशीनरी की सख्ती का ही साफ-साफ नतीजा है.
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बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के रिजल्ट मतदान के दो दिन बाद 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे. 2015 के नतीजों की बात करें तो आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 21 फरवरी तक है. अगर उस समय तक नई सरकार का गठन नहीं होता है तो उपराज्यपाल के पास राष्ट्रपति शासन लागू करने का अधिकार रहेगा