चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र सरकार के मुख्य सचिव और DGP को लगाई फटकार, जानें क्या है मामला
Maharashtra Assembly Elections: भारतीय चुनाव आयोग ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अधिकारियों के तबादलों को लेकर महाराष्ट्र सरकार की ओर से निर्देशों का पालन न करने पर गंभीर नाराजगी जताई.
Maharashtra Assembly Elections : भारतीय चुनाव आयोग ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अधिकारियों के तबादलों को लेकर महाराष्ट्र सरकार की ओर से निर्देशों का पालन न करने पर गंभीर नाराजगी जताई. ECI ने लेटर जारी करते हुए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से स्पष्टीकरण मांगा था कि निर्धारित समय सीमा बीत जाने के बाद भी अनुपालन रिपोर्ट क्यों नहीं दी गई.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व वाली ECI टीम और राज्य सरकार के अधिकारियों के बीच बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की गई, जिसमें मुख्य सचिव सुजाता सौनिक और डीजीपी रश्मि शुक्ला और कई सीनियर ब्यूरोक्रेट्स शामिल थे. सूत्रों की मानें तो चुनाव आयोग चुनाव आयोग इस बात से नाराज है कि जिन अधिकारियों के तबादले के निर्देश दिए गए थे वे लोग तीन साल से उसी पद पर बने हुए हैं.
ये थी चुनाव आयोग के नाराजगी की वजह
लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने राज्य सरकार को कुछ अधिकारियों के तबादले के लिए रिमाइंडर भेजा था, जिसके अनुसार राज्य सरकार ने बृहन्मुंबई नगर निगम आयुक्त इकबाल चहल, अतिरिक्त आयुक्त अश्विनी भिंड और कुछ अन्य अधिकारियों का तबादला कर दिया था, लेकिन चुनाव आयोग अन्य अधिकारियों के तबादले न करने को लेकर खुश नहीं हैं. चुनाव आयोग ने तीन रिमाइंडर भेजे थे, लेकिन राज्य सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया.
मतदाताओं को हुई थी असुविधा
इसके अलावा, सूत्रों ने बताया कि आज की बैठक में चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों पर खासकर मुंबई में मतदाताओं को हुई असुविधा पर भी नाराजगी जताई. चुनाव आयोग ने राज्य सरकार को मतदान केंद्रों पर बेंच, पंखे, पीने का पानी और बारिश से बचाव के लिए शेड जैसी सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिए थे. आयोग ने बताया कि उनके ऐसा कहने के बावजूद भी लोकसभा चुनाव के दौरान कई मतदान केंद्रों पर ऐसी सुविधाएं नहीं थीं. आयोग ने मतदान के दिन मतदाताओं को होने वाली असुविधा के संबंध में शिकायतों पर सख्त कार्रवाई के संकेत दिए.
चुनाव आयोग ने दिए आदेश
सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग ने मतदान केंद्रों पर कतारों के उचित प्रबंधन का भी आदेश दिया और मुख्य सचिव से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि लंबे समय से लंबित सहायक रिटर्निंग अधिकारियों के रिक्त पदों को जल्द भरा जाए. मुख्य चुनाव आयुक्त ने स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने की जरूरत पर जोर दिया.
इस बीच, राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी एस चोकलिंगम ने अपने प्रेजेंटेशन में चुनाव आयोग की टीम को बताया कि 22 सितंबर तक राज्य में 9.59 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 4.95 करोड़ पुरुष और 4.64 करोड़ महिला मतदाता हैं। कुल मतदान केंद्रों की संख्या 52,789 होगी, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में 39,048 और शहरी क्षेत्रों में 13,741 होंगे.
यह भी पढ़ें- Maharashtra: 'दिनदहाड़े वसूली से अच्छा तो वो…', बदलापुर एनकाउंटर पर CM शिंदे ने दिया ऐसा जवाब; विपक्ष की बोलती बंद