वोटिंग के बाद PM मोदी के 'रोड शो' पर चुनाव आयोग ने गुजरात निर्वाचन अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की सुबह को गुजरात के अहमदाबाद में वोट डाला. मोदी रानिप इलाके में एक मतदान केंद्र तक खुली जीप में गए. जीप के गुजरने पर लोग सड़क के दोनों ओर जमा हो गए. वोट डालने के बाद वह कुछ दूर पैदल चले.
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने मंगलवार को अहमदाबाद में हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘रोड शो’ पर गुजरात के मुख्य चुनाव आधिकारी (सीईओ) से एक रिपोर्ट मांगी है. कांग्रेस ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन होने का आरोप लगाया है. वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा ने कहा कि इस संबंध में गुजरात के सीईओ से एक रिपोर्ट मांगी गयी है.
सूत्रों ने बाद में बताया कि गुजरात के निर्वाचन अधिकारियों ने कहा है कि पहली नजर में प्रधानमंत्री ने आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है. हालांकि, इस संबंध में चुनाव आयोग से आधिकारिक तौर पर कोई बयान सामने नहीं आया है.
दरअसल, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपना वोट डालने के बाद एक ‘रोड शो’ कर और राजनीतिक बयान देकर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया, जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को इस सिलसिले में एक जांच का आदेश दिया.
पीएम मोदी मंगलवार सुबह अपना वोट डालने के लिए अहमदाबाद के रानिप इलाके में एक मतदान केंद्र तक खुली जीप में गए. जीप के गुजरने पर लोग सड़क के दोनों ओर जमा हो गए. मोदी ने वोट डालने के बाद मतदान केंद्र से कुछ दूर पैदल चलकर मीडियाकर्मियों से बातचीत की.
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विपक्षी पार्टी ने इस संबंध में चुनाव आयोग से मांग की कि प्रधानमंत्री के चुनाव प्रचार करने पर 2-3 दिन की पाबंदी लगाई जाए. कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में शामिल अभिषेक मनु सिंघवी, जयराम रमेश और के. राजू ने निर्वाचन आयोग से कहा कि प्रधानमंत्री उच्च पद पर हैं. बड़ा पद, बड़ी जिम्मेदारी. हमने चुनाव आयोग को बताया कि जिम्मेदारी का ध्यान रखने के बजाय प्रधानमंत्री बार - बार आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं.
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अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘‘जवाब देने में 5-10 दिन का समय लेने का कोई तुक नहीं है. हमने कहा कि चंद घंटों के भीतर प्रधानमंत्री के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें 48 या 72 घंटे के लिए प्रचार करने से रोक देना चाहिए.’’