Election Commission on Jairam Ramesh : कांग्रेस नेता जयराम रमेश की अब मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि चुनाव आयोग ने उनसे जवाब मांगा है. जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक जून को कहा था कि अमित शाह ने 150 कलेक्टर से बात की है और धमकाया भी है. उनकी एक्स पोस्ट में कहा गया 'निवर्तमान गृह मंत्री आज सुबह से जिला कलेक्टर्स से फोन पर बात कर रहे हैं. अब तक 150 अफसरों से बात हो चुकी है. अफसरों को इस तरह से खुल्लमखुल्ला धमकाने की कोशिश निहायत ही शर्मनाक है एवं अस्वीकार्य है. याद रखिए कि लोकतंत्र जनादेश से चलता है, धमकियों से नहीं. 4 जून को जनादेश के अनुसार नरेंद्र मोदी, अमित शाह व भाजपा सत्ता से बाहर होंगे और INDIA गठबंधन विजयी होगा. अफसरों को किसी प्रकार के दबाव में नहीं आना चाहिए और संविधान की रक्षा करनी चाहिए.
आज शाम 7 बजे तक देना है जवाब
अब इस पोस्ट के बाद चुनाव आयोग ने जयराम रमेश को तलब किया है. उनसे तथ्यात्मक जानकारी मांगी गई है. चुनाव आयोग ने जयराम को आज शाम 7 बजे तक जवाब दाखिल करने का समय दिया है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश से उनके सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट के माध्यम से सार्वजनिक बयान के लिए तथ्यात्मक जानकारी मांगी है. जिसमें उन्होंने वोटों की निर्धारित गिनती से कुछ दिन पहले अमित शाह पर 150 डीएम को धमकाने का आरोप लगाया था. जवाब देने के लिए 2 जून की शाम 7 बजे तक का समय दिया गया है.
एग्जिट पोल को बताया फर्जी
जयराम ने एग्जिट पोल पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि ये एग्जिट पोल झूठे हैं. इंडिया गठबंधन को 295 से कम सीटें नहीं मिलने वाली हैं. ये एग्जिट पोल फर्जी हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह एक मनोवैज्ञानिक खेल खेल रहे हैं. वे विपक्षी दलों, चुनाव आयोग, मतगणना एजेंटों, रिटर्निंग अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं और ऐसा माहौल बना रहे हैं कि वे वापस आ रहे हैं लेकिन वास्तविकता पूरी तरह से अलग है.
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