दिल्ली चुनाव: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को मतदान होना है. मतदान से पहले दिल्ली चुनाव में शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहा आंदोलन गरमाया हुआ है. चुनाव आयोग ने आंदोलन के मद्देनज़र शाहीन बाग के सभी पांचों पोलिंग बूथ को संवेदनशील कैटेगरी में रखा है. इतना ही नहीं दिल्ली चुनाव आयोग की टीम ने शाहीनबाग इलाके में आकर चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया और स्थानीयों लोगों से बातचीत की


शाहीनबाग में सीएए और एनआरसी को लेकर पिछले 53 दिन से विरोध प्रदर्शन चल रहा है. ऐसे में विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस और चुनाव आयोग दोनों की जिम्मेदारी है कि वे शाहीनबाग की सुरक्षा करें और यह सुनिश्चित करें कि वहां ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान हो सके.


विशेष पर्यवेक्षक एम.के. दास ने कहा, "हम शाहीनबाग में एक पोलिंग बूथ पर गए थे, हमने यहां की स्थिति का जायजा लिया है और लोगों से अपील भी की है कि आप आएं और चुनाव में वोटिंग का हिस्सा बनें, ये आपका अधिकार है. लोगों ने हमें आश्वस्त किया है वे लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान करेंगें."


दास ने कहा, "सुरक्षा एक बहुत महत्वपूर्ण मामला है और हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि सुरक्षा व्यवस्था बरकरार रहे. हम यहां आए और हमने देखा कि सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है. हम आशा करते हैं कि इलाके में शांति बनी रहे और अच्छे से चुनाव हो.


Delhi Election: शाहीन बाग इलाके के सभी पांच मतदान केंद्र संवेदनशील श्रेणी में रखे गए


बता दें कि 15 दिसंबर से नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रदर्शन चल रहा है, जिसके कारण तनाव की आशंका को देखते हुए चुनाव आयोग जानना चाहता थी कि यहां इस परिस्थति में चुनाव हो सकता है या नहीं.


चुनाव से जुड़ी अहम जानकारी


दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटे हैं. इसमें से 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. दिल्ली में कुल 14703692 वोटर्स इस बार अपने वोट देने के अधिकार का इस्तेमाल करेंगे. वोट देने के लिए वोटर लिस्ट में नाम होना जरूरी है. दिल्ली में 13,750 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.