Acharya Pramod Krishnam Video Fact Check: कांग्रेस कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. वह भारतीय जनता पार्टी को लेकर लगातार सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करती हैं. इनमें से कई वीडियो खूब वायरल होते हैं. हाल ही में अपने एक्स हैंडल से इन्होंने आचार्य प्रमोद कृष्णम का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि इस देश के जाति आधारित नेता हम पर नस्लवादी कहकर हमला करते हैं. वे ब्राह्मणों को धमकाते हैं. यदि आप भारतीय राजनीति और समाज से जातिवाद को खत्म करना चाहते हैं तो अगले महाकुंभ में एक प्रस्ताव लाना ज़रूरी है.
बाबा साहब अम्बेडकर ने भारत के संविधान में यह व्यवस्था की है, ताकि भारत में धर्म, जाति और लिंग के आधार पर निर्णय में कोई भेदभाव न हो. यदि आप मेरा समर्थन करते हैं तो अपने हाथ उठाएं यदि आप भारत के लोकतांत्रिक ढांचे और राजनीति से जातिवाद को हटाना चाहते हैं, तो अगले 'महाकुंभ' में एक प्रस्ताव रखा जाना चाहिए जिसमें मांग की जाए कि भारत को जाति-आधारित आरक्षण से मुक्त किया जाना चाहिए.
वायरल वीडियो में क्या किया गया दावा?
सुप्रिया श्रीनेत ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “हम संविधान बदल देंगे- यह सिर्फ बीजेपी नेताओं का अपरिपक्व बयान नहीं है, यह नरेंद्र मोदी, आरएसएस और बीजेपी की मंशा और सोच है. मोदी के करीबी आचार्य प्रमोद कृष्णन सीधे तौर पर आरक्षण खत्म करने की मांग कर रहे हैं. हम ऐसी सामंती सोच को कभी सफल नहीं होने देंगे.”
कांग्रेस पार्टी के मीडिया और प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने भी यही वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया.
ऐसी पोस्टों के अर्काइव वर्जन यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
इस तरह शुरू हुआ फैक्ट चेक
टीम ने इस वायरल वीडियो का फैक्ट चेक शुरू किया. वीडियो के ऊपरी और निचले दाएं कोने पर बीजीटी न्यूज़ का लोगो लगा था. इसके बाद हमने बीजीटी न्यूज सर्च किया. इसके फेसबुक पेज पर जाने के बाद हमें 26 सितंबर, 2023 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला, जो मौजूदा वीडियो की तरह था. इसमें 2:24 मिनट पर, हमें क्लिप का वह हिस्सा मिला जो अब वायरल हो रहा है.
कीवर्ड खोज करने पर, हमने पाया कि कृष्णम ने 2 फरवरी, 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी से 'श्री कल्कि धाम' के शिलान्यास समारोह के लिए आमंत्रित करने के लिए मुलाकात की थी.
इसके बाद 11 फरवरी, 2024 को उन्हें कांग्रेस ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने अयोध्या राम मंदिर के अभिषेक समारोह में शामिल नहीं होने के लिए पार्टी पर निशाना साधा था. हालांकि वह अभी भी आधिकारिक तौर पर भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन अब उन्हें भाजपा समर्थक माना जाता है.
वीडियो के वायरल होने के बाद उस पर सफाई देते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी कहा, ''मेरा यह भाषण 1 साल पुराना है जो 24 सितंबर 2023 को दिया गया था जब मैं कांग्रेस के साथ था और आज मैं पीएम मोदी के साथ हूं... मैं जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ हूं... कांग्रेस जो दुष्प्रचार और साजिश कर रही है, उससे उन्हें कोई फायदा नहीं होगा.”
क्या निकला निष्कर्ष?
इस प्रकार हमने पाया कि आचार्य प्रमोद कृष्णम का एक पुराना वीडियो जो तब का है जब वह कांग्रेस के साथ थे, वर्तमान संदर्भ में साझा किया जा रहा है. इस तरह इसे मिसिंग कॉन्टेक्स्ट कह सकते हैं.
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Disclaimer: This story was originally published by newschecker and republished by ABP Live Hindi as part of the Shakti Collective.