Fake Fingers being Distributed in bengal Fact Check: लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होगा. इसके लिए राजनीतिक दल जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इन सबके बीच सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो भी वायरल हो रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है.


इस वायरल वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि ये पश्चिम बंगाल का है. इसमें ये भी कहा जा रहा है कि एक से ज्यादा नकली वोट डालने के लिए नकली उंगलियां बांटी जा रही हैं. एक्स पोस्ट का आर्काइव यहां देखें.




Courtesy: X/@DilipKu24388061


क्या है हकीकत?


इस वीडियो की हकीकत जानने के लिए टीम ने पड़ताल की. शुरुआत में हमने दावे के साथ शेयर की गयी तस्वीर में लिखे तेलुगू टेक्स्ट का हिंदी अनुवाद किया. तस्वीर पर तेलुगु में लिखा है कि ”वोट में हेराफेरी के लिए नकली उंगलियां…फर्जी वोट डालने के लिए फर्जी उंगलियां बनाई जा रही हैं. आप नहीं बता सकते कि यह असली है या नकली. अंगुलियों पर स्याही लगाकर मतदान कर्मी मूर्ख बन सकते हैं. देखिए देश क्या कर रहा है”




Courtesy: Google Translate


हमने दावे वाली तस्वीर को लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया. इस दौरान हमें वायरल तस्वीर के साथ वर्ष 2018 में kwongwah.com की ओर प्रकाशित एक चीनी रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में नजर आ रही नकली उंगलियों की तस्वीर के साथ Akikofujita.com लिखा गया था.


इसके बाद हमने ‘Akiko fujita’, ‘Prosthetic fingers’ कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया. इस दौरान हमें पत्रकार ‘अकीको फुजिता’ की वेबसाइट पर 16 दिसंबर 2013 को प्रकाशित रिपोर्ट में भी वायरल तस्वीर मिली. रिपोर्ट की हेडिंग में लिखा है कि ‘कृत्रिम उंगलियां पूर्व ‘याकूब’ सदस्यों को सुधारने में मदद करती हैं.’




Courtesy: Akiko Fujita


संबंधित कीवर्ड्स को गूगल सर्च करने पर हमें 6 जून 2013 को जापान की ‘एबीसी न्यूज’ की ओर से प्रकाशित रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में बताया गया है कि जापान के प्रोस्थेटिक्स निर्माता ‘शिंटारो हयाशी’ को जापान में आपराधिक समूह ‘याकूजा’ के सदस्यों से कृत्रिम ऊंगली बनाने के ऑर्डर मिले थे. ‘याकूजा’ समूह में “युबित्सुम” नामक एक इवेंट के दौरान याकूब सदस्यों को गंभीर अपराधों का प्रायश्चित करने के लिए अपने खुद के अंग काटने की आवश्यकता होती है, लेकिन इसके बाद जब वे लोग बाहर निकलते हैं तो उन्हें उन गायब उंगलियों से जुड़े कलंक के कारण काम ढूंढने में कठिनाई होती है. इसलिए उन्होंने अपनी कटी उंगलियां छिपाने के लिए ‘शिंटारो हयाशी’ से नकली उंगलियां बनवाईं थीं.


क्या निकला निष्कर्ष?


इस तरह पड़ताल में यह साफ हो गया कि वीडियो में बंगाल में एक से ज्यादा वोट डालने के लिए नकली उंगलियां बांटे जाने का दावा पूरी तरह फर्जी है. यह वीडियो भारत का नहीं, बल्कि चीन का है.


Result: False


 


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Disclaimer: This story was originally published by Newschecker and republished by ABP Live Hindi as part of the Shakti Collective.