Assembly Elections Result: त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय विधानसभा चुनावों की मतगणना जारी है. शुरुआती रुझानों में कांग्रेस की हालत बेहद ख़राब दिख रही है. अनुमान लगाया जा रहा था कि कांग्रेस नॉर्थ-ईस्ट में बेहतर प्रदर्शन करेगी. राहुल गांधी के नेतृत्व में निकली भारत जोड़ो यात्रा का असर देखने को मिलेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. त्रिपुरा की बात करें तो एक तरफ जहां बीजेपी यहां दूसरी बार बहुमत हासिल कर चुकी है. त्रिपुरा में भाजपा फिलहाल 33 सीटों पर आगे है. वहीं कांग्रेस ने महज दो सीटों पर जीत दर्ज की है जानकी एक पर बढ़त बनाये हुए हैं. शुरूआती रुझानों में तो कांग्रेस का हाल और बुरा था. त्रिपुरा में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला था.
इसके अलावा नगालैंड में तो कांग्रेस का हाल और बुरा है. यहां कांग्रेस का खाता तक खुलता नहीं दिख रहा. नागालैंड की 60 में से 55 सीटों के रुझान आ चुके हैं. इनमें से एक भी सीट कांग्रेस को नहीं मिल पाई है. मेघालय में कांग्रेस महज चार सीटों पर बढ़त बनाये हुए हैं. कांग्रेसी नेता खुद शुरूआती रुझानों को देख हैरान हैं. इन आंकड़ो को देख कहा जा सकता है कि 2023 की शुरुआत कांग्रेस के लिए निराशाजनक रही है. गौरतलब है कि 2024 में लोकसभा चुनाव होना है. लिहाजा यह चुनाव और महत्वपूर्ण हो जाता है.
नगालैंड में बीजेपी ने फिर मारी बाजी
नगालैंड में भाजपा गठबंधन 43 सीटों पर आगे है और सत्ता के नजदीक दिखाई दे रही है. यहां एनपीएफ 3 सीटों पर आगे है. अन्य उम्मीदवार 08 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं. इन रुझानों के मुताबिक भाजपा गठबंधन सरकार बनाने की ओर बढ़ रही है. वहीं कांग्रेस के लिए इस राज्य का चुनावी परिणाम किसी बुरे सपने की तरह है. बता दें कि पिछली बार उसका यहां खाता तक नहीं खुला थ. मालूम हों कि कांग्रेस 2003 से इस राज्य में सत्ता वापसी नहीं कर सकी है
मेघालय में कांग्रेस का हाल
मेघालय में कॉनरॉड संगमा की एनपीपी अब सबसे बड़ी पार्टी बनती हुई दिख रही है. एनपीपी ताजा रुझानों में 25 सीटों पर आगे चल रही है. टीएमसी अब सिर्फ 5 सीटों पर आगे चल रही है. अन्य 16 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं. मेघालय में भाजपा तीन और कांग्रेस 5 सीटों पर आगे हैं. यानी यहां भी कांग्रेस दहाई का आंकड़ा नहीं छू पा रही है. मेघालय में जहां कांग्रेस ने इस बार नए चेहरों पर दांव आजमाया था तो वहीं राहुल गांधी ने एक रैली भी यहां की थी लेकिन उसका उतना असर जनता पर होता नहीं दिख रहा है
इस बीच चुनाव के रुझानों को देखकर कांग्रेस ने मान लिया है कि यह उनके लिए झटका है. कांग्रेस की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि इन नतीजों को पूरे देश पर लागू करना गलत होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रचार को यहां जीत मिली है. लेकिन इसे पूरे देश का रुझान कहना गलत है.