Election 2022: 5 राज्यों की चुनावी जंग में ग्राउंड जीरो पर पार्टियों का 'डिजिटल वॉर', किसी ने बनाया नारा, किसी ने गाना
Elections 2022: डिजिटल वर्ल्ड में सियासी शोर थमा नहीं है. नारों से लेकर गाने और मजेदार हैशटैग से लेकर जोशीली धुनें बनाने वाले कलाकारों और लोगों ने अपनी नैया चुनावी समंदर में उतार दी है.
उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों की सत्ता के लिए किस-किस दिन सियासी सूरमा चुनावी मैदान में उतरेंगे, इसका ऐलान हो चुका है. कोरोना की मार न सिर्फ रैलियों और रोडशो पर पड़ी है बल्कि इस वक्त इन राज्यों की चुनावी गलियां भी सुनसान नजर आ रही हैं. लेकिन डिजिटल वर्ल्ड में सियासी शोर थमा नहीं है. नारों से लेकर गाने और मजेदार हैशटैग से लेकर जोशीली धुनें बनाने वाले कलाकारों और लोगों ने अपनी नैया चुनावी समंदर में उतार दी है.
अखिलेश की समाजवादी पार्टी हो, टीएमसी हो या फिर बीजेपी, सबने वोटरों को फिल्मों गानों की धुनों से लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ा है. सभी पार्टियां मजेदार धुनों, कमाल के हैशटैग और तुरंत प्रतिक्रिया वाले साजो-सामान के साथ रणक्षेत्र में आ चुकी हैं.
कोरोना के साए में इस बार पार्टियों को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब जैसे डिजिटल हथियारों की जरूरत ज्यादा पड़ेगी. पिछले कई चुनावों में सियासी गाने लोगों की जुबां पर थे. पार्टियां उसी पुराने फॉर्मूले को इस चुनाव में नई चाशनी के तौर पर पेश करना चाह रही हैं.
उत्तर प्रदेश में फिलहाल सत्ता पर काबिज बीजेपी ने कैंपेन सॉन्ग जारी किया है, जो मशहूर श्रीलंकाई गाने 'मणिके मागे हिथे' पर बेस्ड है. इस गाने को योहानी डी सिल्वा ने गाया है.
बीजेपी के कैंपेन सॉन्ग के बोल हैं, 'सबकी मन की यह भाषा, यहां दो-दो हैं आशा, यही मोदी, यही योगी, उपयोगी, सहयोगी.' इसके गाने में राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार के पांच साल के काम, ‘दंगा मुक्त’ पांच साल, इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई में सुधार और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बारे में बताया गया है. बीजेपी और उसके नेताओं के सोशल मीडिया हैंडल पर ये गाना अकसर यूजर्स को नजर आ जाएगा.
Listen to BJP election campaign song in UP, put on headset, friends wow superb 🔥🧡🔥👌👍 pic.twitter.com/ULhxJ8Vxxo
— V.Sreekumar (@vsreekumarnair) January 15, 2022
इसके अलावा 'आयेगी फिर से बीजेपी’टाइटल से भी एक गाना रिलीज किया गया है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री की तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है. इसके अलावा बीजेपी ने अब यूपी में अपने चुनावी कैंपेन का नारा भी बदल दिया है. फिलहाल बीजेपी की टैगलाइन है-सोच ईमानदार-काम दमदार. अब बीजेपी की नई टैगलाइन होगी-सोच ईमानदार-काम असरदार.
बीजेपी के साथ-साथ जो पार्टी डिजिटल खेल में उसे टक्कर देती दिख रही है वो है समाजवादी पार्टी. लोगों के घरों तक पहुंचने के लिए समाजवादी पार्टी के अलग गाने हैं, जिनमें से एक अवधी बोली में गाना है, 'खदेड़ा होइबे' (बाहर निकाल देंगे) जिसमें राज्य की सत्ता से बीजेपी को बाहर करने की बात है.
यूपी से निकलकर अब जरा गोवा का रुख करते हैं. जहां की रेतीली मिट्टी में चुनावी धुनें सुनाई पड़ रही हैं. गोवा में टीएमसी ने अपने कैंपेन के लिए कोंकणी भाषा में गाना 'एइलो दो फुलांछो काल, गोयेछी नवी सकल' (दो फूल का युग यहां गोवा की नयी सुबह) रिलीज किया है. गाने में दो फूल का मतलब तृणमूल कांग्रेस के चुनावी चिह्न से है.
उधर पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधा है जो पद ग्रहण करने के बाद से 'चुनावी वादे' कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी उन्हें कॉमिक स्ट्रिप में 'ऐलान मंत्री' (घोषणा मंत्री) दिखा रही है.
पंजाब कांग्रेस ने भी अपना कॉमिक स्ट्रिप जारी कर पलटवार किया है और आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 'विज्ञापन भाई' के तौर पर दिखाया है साथ ही व्यंग कसा है कि 'खोखले नारे केजरीवाल का काम है चन्नी का नहीं.'
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की नई नवेली पार्टी 'पंजाब लोक कांग्रेस' को 'हॉकी स्टिक और गेंद' चुनाव चिह्न के रूप में मिला है, जिसके साथ हैशटैग चलाया जा रहा है '#बस हुन गोल करना बाकी'.
पहाड़ी राज्य उत्तराखंड की फिजाओं में भी चुनावी गूंज सुनाई पड़ रही है. उत्तराखंड कांग्रेस एक रैंक एक पेंशन (ओआरओपी) पर वीडियो बनाकर बीजेपी पर प्रहार कर रही है. इस वीडियों में सैन्य वर्दी में दिख रहे बच्चे यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि पूर्व सैनिकों को अबतक पेंशन योजना का पूरा फायदा नहीं मिला है. यह वीडियो एक ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल के विज्ञापन पर बेस्ड है.
इस पर उत्तराखंड बीजेपी ने कहा, पूरा देश जानता है कि सैनिकों को किसने ओआरओपी से मरहूम रखा और किसने उनको उनका हक दिया. बीजेपी ने इसके साथ ही वीडियो शेयर किया जिसमें पूर्व सैनिक मोदी को ओआरओपी लागू करने के लिए धन्यवाद दे रहे हैं.